मुंबई: 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राज्यसभा सांसद नारायण राणे (Narayan-rane) यह भांप गए है कि महाराष्ट्र में शिवसेना- बीजेपी (BJP- ShivSena) का गठबंधन हो सकता है. ऐसे में उन्होंने इन दोनों पार्टियों के आहट को देखते हुए उन्होंने रविवार को अपने गृह नगर कोकण के कणकवली में ऐलान किया कि उनकी पार्टी 'महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी' खुद के बैनर तले लोकसभा चुनाव लड़ेगी. राणे के इस ऐलान के बाद यह बात साफ हो जाता है कि वे भले ही भारतीय जनता पार्टी के कोटे से राज्यसभा सांसद बने है लेकिन वे बीजेपी के साथ नहीं रहेंगे.
राणे ने यह जरूर ऐलान किया कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव खुद के बैनर तले लड़ेगी. लेकिन उन्होंने इस बात को साफ नहीं किया कि उनकी पार्टी कितने सीटों पर महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने वाली है. वहीं इस दौरान राणे ने बीजेपी पर हमला करते कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान आम जनता से जो वादा किया था. उन वादों को उनकी सरकार ने नहीं पूरा किया. इसलिए तीन राज्यों में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा. यह भी पढ़े: क्या विपक्षी खेमे में फिर लौटेंगे नारायण राणे? कोंकण क्षेत्र में बीजेपी की रणनीति पर पड़ सकता है असर
बता दें कि कोंकण में शिवसेना को घेरने के लिए बीजेपी ने राणे को साथ लिया था. लेकिन देश में मौजूदा राजनीतिक समीकरण को देखते हुए बीजेपी अपनी सबसे पुरानी सहयोगी को गंवाना नहीं चाहती. इसलिए बीजेपी-शिवसेना लोकसभा चुनाव में गठबंधन करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इसलिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) को न चाहते हुए भी नारायण राणे को छोड़ना पड़ेगा.