J-K: माता वैष्णों देवी की पहाड़ी पर भारी बर्फबारी, और लुढक सकता है पारा- देखें विडियो
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख में रविवार को न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. वहीँ, कटरा (Katra) स्थित माता वैष्णोंदेवी धाम में बर्फबारी से ठंड बढ़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख में रविवार को न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. वहीँ, कटरा (Katra) स्थित माता वैष्णों देवी धाम (Mata Vaishno Devi Shrine) में बर्फबारी से ठंड बढ़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "आज शाम तक लद्दाख के कारगिल जिले में और ऊंचाईयों पर हल्की से मध्यम बर्फबारी होने की संभावना है. साल के आखिर तक बड़ी बर्फबारी की संभावना नहीं है." जम्मू कश्मीर के पुंछ में एक मंदिर पर हमले की साजिश नाकाम की गयी
40 दिनों की भीषण ठंड की अवधि 'चिल्लई कलां' 31 जनवरी तक चलेगी. इस समय के दौरान एक बड़ी बर्फबारी को अच्छा माना जाता है क्योंकि इसी से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सभी बारहमासी जलाशयों को पानी मिलता है. इस बीच रविवार को श्रीनगर में माइनस 5.2, पहलगाम में माइनस 5.9 और गुलमर्ग में माइनस 7.2 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.
लद्दाख के लेह शहर में रात का न्यूनतम तापमान माइनस 18.1, कारगिल में माइनस 17.8 और द्रास में माइनस 22.7 था. जम्मू शहर में न्यूनतम तापमान 4.2, कटरा में 5.7, बटोटे में 0.7, बेनिहाल में माइनस 2.6 और भद्रवाह में माइनस 1.8 दर्ज हुआ.
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते एक नवंबर से प्रतिदिन 15000 श्रद्धालुओं को माता वैष्णोदेवी धर्मस्थल पर दर्शन करने की अनुमति दी जा रही है. पहले, कोविड-19 पाबंदियों की वजह से केवल 7000 श्रद्धालुओं को ही वहां जाने की अनुमति दी थी.
त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित यह धर्मस्थल कोविड-19 महामारी के चलते करीब पांच महीने तक बंद रहने के बाद 16 अगस्त को खुला था. प्रारंभ में प्रशासन ने 2000 श्रद्धालुओं को ही अनुमति दी थी जिसमें बाहर के बस 100 तीर्थयात्रियों को ही इजाजत थी. जबकि यात्रा पंजीकरण काउंटरों पर भीड़ को रोकने के लिए श्रद्धालुओं का ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है. भवन, अर्धकुवारी और जम्मू में बोर्ड के लॉज सभी निर्धारित एसओपी के अनुपालन के साथ खुले हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)