इस समय ईरान और इज़राइल के क्षेत्र में हालात ठीक नहीं हैं. इसलिए, भारत सरकार ने सभी भारतीयों को सलाह दी है कि अगले आदेश तक वहां की यात्रा न करें. अगर आप अभी ईरान या इज़राइल में रह रहे हैं, तो कृपया वहां के भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना नाम दर्ज कराएं. अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें और जितना हो सके, घर से बाहर निकलने से बचें.
याद रखें-
- ईरान और इज़राइल की यात्रा फिलहाल सुरक्षित नहीं है.
- अगर आप वहाँ हैं, तो भारतीय दूतावास से संपर्क करें.
- अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें और घर से बाहर कम निकलें.
Travel advisory for Iran and Israel:https://t.co/OuHPVQfyVp pic.twitter.com/eDMRM771dC
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) April 12, 2024
रान के इजराइल से बदला लेने का ऐलान होते ही मिडिल ईस्ट एक बार फिर जंग का अखाड़ा बनने लगा है. अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि ईरान ने जंग की तैयारी कर रहा है. ईरान मिसाइलों और ड्रोन से इजराइल के सैन्य और सरकारी स्थलों को निशाना बनाकर हमला करने वाला है. अमेरिका ने ये भी ऐलान कर दिया है कि अगर ईरान ने इजराइल पर हमला किया तो उसे भी गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. सबसे खास बात ये है कि ईरान-इजराइल में बढ़ रहे इस तनाव के रूस भी कूद पड़ा है. रूस ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वह किसी भी सूरत में इजराइल की यात्रा न करें. वहीं फ्रांस ने भी अपने नागरिकों को इजराइल, ईरान, लेबनान की यात्रा से बचने की सलाह दी है.
ईरान और इजराइल में अगर सीधा युद्ध होता है तो यह जंग का ऐसा मोर्चा होगा जो दुनिया पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा. दरअसल ईरान के इजराइल पर हमला करते ही सबसे पहले युद्ध में अमेरिका कूदेगा. अमेरिका के जंग में कूदते ही ब्रिटेन समेत अन्य पश्चिमी देश भी इजराइल के साथ मोर्चा संभाल लेंगे. इस स्थिति में ईरान कमजोर पड़ेगा और उसे भी मदद की जरूरत होगी. जिसका साथ देगा रूस. इसके अलावा कतर, ईराक, सीरिया, लेबनान, यमन जैसे मुस्लिम देश भी सीधे-सीधे ईरान के साथ खड़े हो जाएंगे.