लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बहुचर्चित विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपी पुलिसवाले पर एक और गंभीर आरोप लगा है. बीएसएनएल के एक इंजीनियर ने यूपी पुलिस के कांस्टेबल प्रशांत चौधरी पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है. पीड़ित ने कहा है कि वो विवेक तिवारी मर्डर केस में कोर्ट जाकर गवाही देने के लिए भी तैयार है. फिलहाल मर्डर केस में आरोपी प्रशांत चौधरी को दो दिन के लिए रिमांड पर भेजा गया है.
मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी पर पहले भी आरोप लग चुके हैं कि वह रात में लोगों को डरा-धमकाकर अवैध वसूली करता था. इंदिरानगर की लक्ष्मणपुरी कॉलोनी के रहने वाले बीएसएनएल में इंजीनियर एक शख्स ने बताया कि वह भी प्रशांत का शिकार हो चुका है. शख्स ने बताया कि एक बार रात में प्रशांत ने उसका पर्स और मोबाइल छीन लिया. पीड़ित ने बताया की अखबारों और टीवी में विवेक तिवारी की खबरें देखने के बाद आरोपी प्रशांत चौधरी को वह पहचान पाया.
पीड़ित इंजीनियर ने बताया कि बीते 28 अगस्त की देर रात को वह अपने एक दोस्त के साथ घर लौटते वक्त रास्ते में पान की दुकान से सिगरेट खरीदी और वहीं खड़े होकर पीने लगे. इस बीच वहां बाइक पर सवार दो पुलिसकर्मी पहुंचे और उनसे पूछताछ करने लगे. इस दौरान एक पुलिसवाले ने थोड़ा आगे जाकर प्रशांत ने उसके पर्स में गांजे का पैकेट डाला और झूठे मामलें में फंसाने की धमकी देने लगा. मामलें को निपटाने के लिए उससे दस हजार रुपये की मांग की. लेकिन पैसे नहीं देने पर उनकी पिटाई शुरू कर दी. जिसके बाद डरकर शख्स ने अपने एक दोस्त से 5 हजार रुपए लेकर सिपाहियों को दिए.
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मालूम हो कि लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में कथित तौर पर वाहन नहीं रोकने पर एक सिपाही ने विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी और संदीप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों को बर्खास्त भी कर दिया गया है.