नई दिल्ली: बैंकों से लिए गए हजारों-करोड़ों रुपये का कर्ज नहीं चुकाने के मामले में फंसे शराब कारोबारी विजय माल्या प्रत्यर्पण के मामले में अंतिम सुनवाई के लिए मंगलवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुए. हालांकि इस मामले की सुनवाई अब 12 सितंबर तक टल गयी है. माल्या के प्रत्यर्पण के संबंध में अदालत के फैसले पर भारत की नजरें टिकी हुई थी. किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख माल्या को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसे कुछ ही समय बाद जमानत मिल गई थी. वह ब्रिटेन द्वारा भारत को अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ लंदन की अदालत में कानूनी लड़ाई लड़ रहा है.
गौरतलब है कि पिछली सुनवाई (27 अप्रैल) के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को उस समय बड़ी कामयाबी मिली थी जब न्यायाधीश अर्बुथनाट ने मामले में भारतीय एजेंसियों द्वारा पेश सबूतों को स्वीकार किया था.
जानिए क्या है पूरा मामला?
विजय माल्या भारत के 17 बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेकर मार्च 2016 में फरार होकर लंदन भाग गया था. बता दें कि बैंक धोखाधड़ी मामले में विजय माल्या के खिलाफ मुंबई स्थित विशेष पीएमएलए अदालत में सुनवाई चल रही है. जिसकी अगली सुनवाई 27 अगस्त को होने वाली है. माल्या ने इससे पहले अदालत से न्यायिक देखरेख में उसकी संपत्तियों को बेचने की अनुमति देने और लेनदारों व सरकारी बैंकों का कर्ज भुगतान करने देने का आग्रह किया था.