VIDEO: बिहार में Hijab पर बवाल, छात्रा के आरोप पर बोली प्रिंसिपल- ब्लूटूथ इयरफोन हटाने को कहा था
कॉलेज की प्रिंसिपल का कहना है कि छात्रा को हिजाब पहनने से नहीं रोका गया था. उसे केवल अपने कान दिखाने के लिए बोला गया था, क्योंकि परीक्षा के चलते आशंका थी कि उसके पास ब्लूटूथ डिवाइस हो सकता है.
बिहार: मुजफ्फरपुर के एमडीडीएम कॉलेज में छात्रों ने परीक्षा के दौरान एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर हिजाब हटाने के लिए कहने के बाद विरोध प्रदर्शन किया. उत्तरी बिहार के मुजफ्फरपुर कस्बे में भी हिजाब को लेकर हंगामा सामने आया है. जिसमें एक कॉलेज की छात्रा ने आरोप लगाया है कि रविवार को एक परीक्षा के दौरान जब उसने अपना हिजाब उतारने से इनकार कर दिया तो एक टीचर ने उस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. Delhi: दो गुटों में खूनी संघर्ष, बजरंग दल कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या, गुस्साए लोगों ने जाम की सड़क
मामला महंत दर्शन दास महिला कॉलेज का है. ये शहर के मिथनपुरा इलाके में स्थित है, जहां इंटरमीडिएट के छात्र परीक्षा देने आए थे. छात्राओं का कहना है कि हम कक्षा में थे और परीक्षा दे रहे थे तभी शिक्षक ने यह कहते हुए हिजाब उतारने को कहा कि हमने ब्लूटूथ डिवाइस पहना होगा. हिजाब नहीं उतारने पर शिक्षिका ने हमें जाने को कहा.
वहीं कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ कनू प्रिया का कहना है कि छात्रा को हिजाब पहनने से नहीं रोका गया था. उसे केवल अपने कान दिखाने के लिए बोला गया था, क्योंकि परीक्षा के चलते आशंका थी कि उसके पास ब्लूटूथ डिवाइस हो सकता है.
प्रिंसिपल ने कहा कि छात्रों को कक्षा में प्रवेश करने से पहले अपना मोबाइल फोन बाहर रखना होता है. जब परीक्षा हॉल में शिक्षक ने छात्र से हिजाब हटाने और ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग नहीं करने पर दिखाने के लिए कहा, तो लड़की ने इसे नहीं दिखाया और आक्रामक हो गई. उसने कहा कि वह परीक्षा नहीं देगी, लेकिन अपने कान नहीं दिखाएगी. फिर उसने इस मुद्दे को धर्म के आधार पर उठाना शुरू कर दिया.
प्रिंसिपल डॉ कनू प्रिया ने कहा कि हैरान करने वाली बात है कि 11वीं क्लास की एक लड़की इस तरह का बर्ताव करेगी. ऐसा लगता है कि किसी ने उन्हें धर्म और हिजाब के नाम पर गुमराह किया गया है. स्कूल परिसर में धर्म या जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होती है.