बिहार, 10 अप्रैल : देश में कल से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान- टीका उत्सव (Vaccination Campaign- Vaccine Festival) के लिए सभी राज्यों ने तैयारी कर ली है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने आगामी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले जी की जयंती से लेकर 14 अप्रैल 2021 को बाबासाहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर की जयंती पर टीका उत्सव मनाये जाने का आह्वान किया है. टीका उत्सव को लेकर यूपी और बिहार के सीएम ने कोविड महामारी की रोकथाम के लिए लोगों से टीकाकरण के लिए आगे आने को कहा. साथ ही टीका उत्सव में भाग लेने और कोविड दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने की अपील की.
600 टीकाकरण केंद्रों पर शुरू होगा टीका उत्सव
इस बारे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है. सभी प्रदेश वासियों से मेरी अपील है टीका उत्सव के दौरान लक्षित आयु वर्ग के अधिक से अधिक लोग कोविड टीकाकरण करवाएं. टीकाकरण के बाद भी सावधानी जरूरी है. इसलिए सभी से अपील है कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पूरी सावधानी के साथ दो गज की दूरी मास्क है जरूरी का अनुपालन सख्ती से करें.
राज्य सरकार टीका उत्सव की तैयारी कर रही है, जो कल से 6 सौ टीकाकरण केंद्रों पर शुरू होगा. तीन दिन के इस अभियान में मुख्यमंत्री, राज्यपाल के साथ टीकाकरण पर आयोजित वेबिनार में भाग लेंगे.
‘टीका उत्सव में 4 लाख लोगों को लगाया जाएगा टीका’
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कल से शुरू हो रहे टीका उत्सव में 4 लाख लोगों को टीका लगाया जाएगा. उन्होंने कहा, “11 से 14 के बीच में जो टीकाकरण का काम है ये काम जरा और ज्यादा होना चाहिए. वैसे तो हम प्रतिदिन इसको कर रहे हैं, संख्या बढ़ाते जा रहे हैं और सब लोगों को प्रेरित कर रहें हैं कि 45 साल से और उससे अधिक जितने लोगों की उम्र है सब लोग अपना जरूर करवा लें टीकाकरण. इसके लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में टीके की कोई कमी नहीं है.” यह भी पढ़ें : West Bengal Assembly Elections 2021: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में हुई गोलीबारी, 4 लोगों की मौत
टीका उत्सव का उद्देश्य
टीका उत्सव को लेकर एम्स, पटना के डॉ संजीव कुमार कहते हैं कि लोगों में कोविड वैक्सीन के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए टीका उत्सव मनाने का फैसला किया गया है. इसके लिए दो ऐसे महापुरुष जिन्हें देश आदर्श मानता है, उनकी जयंती को चुना गया है. इसमें ज्योतिबा फुले की जयंती 11 अप्रैल से शुरू होकर बाबा साहब अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल तक, टीका उत्सव मनाया जाएगा. इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए समाज और मानव जीवन पर जो भी दुर्भावना और अभिशाप है उसके खिलाफ लड़ना है. कोरोना भी ऐसा ही अभिशाप है, उसके खिलाफ वैक्सीन एक हथियार है और जितनी जल्दी 70 प्रतिशत से ऊपर वैक्सीनेशन होगा देश हर्ड इम्यूनिटी की ओर बढ़ेगा और संक्रमण कम होगा.