एसवी रंगनाथ Coffee Day एंटरप्राइजेज के अंतरिम चेयरमैन नियुक्त, 8 अगस्त को होगी बोर्ड मीटिंग की अगली बैठक

वीजी. सिद्धार्थ के सम्मान में देशभर में अपने आउटलेट बंद रखने का फैसला किया है. देशभर के लगभग 240 शहरों में हमारे कुल 1,750 रिटेल आउटलेट्स आज बंद रहेंगे. इसके अलावा कॉफी ग्लोबल एंटरप्राइजेज और अमेल्गमेटेड बीन कॉफी (एबीसी) समेत सीसीडी के कार्यालय देशभर में बंद रहेंगे. वहीं कर्नाटक में कॉफी के तीन जिलों चिकमंगलुरू, हसन और कोडुगू में कॉफी के सभी बागानों के कर्मियों की छुट्टी की घोषणा कर दी गई है.

कैफे कॉफी डे ( फोटो क्रेडिट- PTI )

रिटेल श्रंखला कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा के सबसे बड़े दामाद वीजी सिद्धार्थ (V G Siddhartha) की लाश मिलने के बाद कॉफी डे ( Coffee Day) का अंतरिम चेयरमैन एसवी रंगनाथ (S V Ranganath) को घोषित किया है. 8 अगस्त को बोर्ड मीटिंग की अगली बैठक बुलाई गई है. जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा. वीजी सिद्धार्थ का शव बुधवार को नेत्रावती नदी किनारे पर मिला है. सोमवार शाम को सिद्धार्थ के चालक द्वारा उनके नदी के पुल से गायब होने का मामला दर्ज करने के बाद से प्रदेश सरकार ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया हुआ था.

वीजी. सिद्धार्थ के सम्मान में देशभर में अपने आउटलेट बंद रखने का फैसला किया है. देशभर के लगभग 240 शहरों में हमारे कुल 1,750 रिटेल आउटलेट्स आज बंद रहेंगे. इसके अलावा कॉफी ग्लोबल एंटरप्राइजेज और अमेल्गमेटेड बीन कॉफी (एबीसी) समेत सीसीडी के कार्यालय देशभर में बंद रहेंगे. वहीं कर्नाटक में कॉफी के तीन जिलों चिकमंगलुरू, हसन और कोडुगू में कॉफी के सभी बागानों के कर्मियों की छुट्टी की घोषणा कर दी गई है.

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गौरतलब हो कि सोमवार शाम को वीजी सिद्धार्थ के चालक द्वारा उनके नदी के पुल से गायब होने का मामला दर्ज करने के बाद से प्रदेश सरकार ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया हुआ था. वीजी सिद्धार्थ का शव कर्नाटक की नेत्रावती नदी में बुधवार तड़के बरामद किया गया. कर्नाटक में दो मछुआरों ने आज तड़के नेत्रावती नदी के उस पुल से लगभग 500 मीटर दूर उनका शव देखा, जहां से उन्होंने सोमवार रात कथित रूप से नदी में छलांग लगाई थी.

दरअसल सिद्धार्थ सोमवार दोपहर बेंगलुरू से हसन के निकट सक्लेशपुर के लिए रवाना हुए थे, जहां उनका एक घर है और एक कॉफी का बागान है. चूंकि वे मंगलुरू मार्ग पर थे तो सिद्धार्थ ने सक्लेशपुर में कुछ देर आराम करने के बाद पाटिल को मंगलुरू चलने के लिए कहा. सिद्धार्थ बीजेपी के वरिष्ठ नेता एस.एम. कृष्णा के बड़े दामाद थे. कृष्णा (2009-12) में विदेश मंत्री और कांग्रेस कार्यकाल में ही (1999-2004) कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रहे थे.

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