कैराना के एसपी विधायक नाहिद हसन ने की अपील, कहा- BJP से जुड़े दुकानदारों से न खरीदें सामान, VIDEO
वायरल वीडियो में विधायक नाहिद हसन कैराना के लोगों से बीजेपी समर्थक दुकानदारों से सामान न खरीदने की अपील की है. नाहिद हसन वीडियो में यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि बाजार में बीजेपी के जो भी लोग हैं उनसे सामान न खरीदें और अगर आप सामान नई खरीदोगे तो 15 दिन में उनको पता चल जाएगा.
उत्तर प्रदेश के कैराना (Kairana) से विधायक नाहिद हसन (Nahid Hasan) का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में विधायक नाहिद हसन कैराना के लोगों से बीजेपी समर्थक दुकानदारों से सामान न खरीदने की अपील की है. नाहिद हसन वीडियो में यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि बाजार में बीजेपी के जो भी लोग हैं उनसे सामान न खरीदें और अगर आप सामान नई खरीदोगे तो 15 दिन में उनको पता चल जाएगा.
वीडियो में विधायक कह रहे हैं "हम सामान खरीदते हैं तो इन बीजेपी वालों की दुकान चलती हैं और उनका घर चलता है इसलिए सभी भाइयों से मेरी अपील है कि बीजेपी समर्थित दुकानों से सामान लेना बंद करें. यदि हमारे लोगों ने इस पर अमल कर लिया, तो इनके दिमाग ठीक हो जाएंगे." विधायक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कुछ दिन कष्ट उठा लो, अपनी जरूरतों का सामान पानीपत से ले लो.
वीडियो में नाहिद हसन कह रहे हैं कि कुछ बीजेपी के लोगों ने और बीजेपी दिमाग वाले अधिकारियों ने सराय की भूमि पर मौजूद लोगों को यहां से उजाड़ दिया है. उन उजड़े हुए लोगों के लिए मेरी आप सभी से अपील है कि बीजेपी के लोगों से सामान लेना बंद कर दो हम इनसे समान लेते हैं तभी इनका घर चलता है. इनके घर चलने की वजह से आज हम सब पर या जूता बजाया जा रहा है. हमारे जो लोग हैं थोड़े दिन यहां से सामान लेने बंद कर दो.
दरअसल कैराना कस्बे के बाजार में सड़क पर लगे ठेलों के कारन अतिक्रमण के कारण बाजार के दुकानदार ने इसकी शिकायत एसडीएम कैराना से की. शिकायत के बाद एसडीएम के आदेश पर नगर पालिका ने उक्त भूमि को कब्जा मुक्त करा लिया और वहां पर अवैध तरीके से निर्माण किए गए भवनों को गिरा दिया. जिसके बाद वहां पर रहने वाले लोग कैराना से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के घर पहुंचे और उन्होंने उनको सारी बात बताई.
घटना की जानकारी के बाद नाहिद हसन सराय की भूमि पर पहुंचे और कहा कि मेरे वालिद साहब ने यह जमीन इन लोगों को दी थी और कुछ बीजेपी दिमाग के अधिकारियों ने इस भूमि को खाली करा दिया और यहां पर रहने वाले लोगों को बेघर कर दिया. इसके बाद उन्होंने लोगों से अपील की कि बीजेपी के लोगों से सामान ना खरीदें.