नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हापुड़ (Hapur) में निमोनिया बुखार (Pneumonia Fever) से पीड़ित एक सात महीने के बच्चे की जबरन तीन टीके लगाने के बाद मौत हो गई. बच्चे के परिजनों ने आरोप लगाया कि टीके लगाए जाने के बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. बच्चे के परिजन उसे एक निजी अस्पताल में ले गए, पांच घंटे बाद शरीर नीला पड़ गया, जहां उसने अंतिम सांस ली. इकलौते बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने बच्चे को जबरन टीका लगाने के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. UP: बरेली में जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट में तीन की मौत, तीन घायल.
बच्चे के पिता ने बताया कि उनके सात महीने के बच्चे को निमोनिया की शिकायत थी, जो धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहा था. मंगलवार को घर पर उसकी पत्नी आशा अकेली थी. इसी बीच स्वास्थ्य विभाग से कुछ कर्मचारी उसके घर आए और बच्चे को टीका लगवाने की बात कही. आशा ने बताया कि कर्मचारियों से वह लगातार यही कहती रही कि उसके बच्चे को बुखार है, ऐसे में टीका न लगाएं.
टीके लगाने के बाद बिगड़ी तबियत
हापुड़
➡टीका लगने से 7 माह के मासूम की मौत
➡निमोनिया-बुखार से पीड़ित मासूम को जबरन लगाए 3 टीके
➡टीके लगने के कुछ ही घण्टो बाद बिगड़ गयी तबियत
➡मासूम ने मां की गोद में तड़पकर तोड़ दिया दम
➡परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लगाए गंभीर आरोप#Hapur pic.twitter.com/d2A7Wk2a8V
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) January 12, 2023
मां के मना करने के बावजूद महिला कर्मचारी ने यह कह दिया कि टीका लगने से बच्चे को कोई परेशानी नहीं होगी, इसकी जिम्मेदारी हमारी है. जबरन बच्चे को तीन टीके लगाए गए. परिजनों ने बताया कि दो टीके जांघ में लगे और एक टीका कंधे की जगह गर्दन में लगाया गया. इसके बाद से ही बच्चा दर्द से कराहने लगा.
रात करीब 10:30 बजे बच्चा अचेत हो गया और उसके होठ नीले पडने लगे, देखते ही देखते पूरा शरीर नीला पड़ने लगा. बच्चे के पिता दीपांशु तुरंत ही बच्चे को एक प्राइवेट अस्पताल ले गए लेकिन वहां जाते ही मां की गोद में मासूम ने दम तोड़ दिया.
इकलौती संतान की मौत से मां-बाप का रोकर बुरा हाल है. बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पीड़ित परिवार ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. बुखार की जानकारी देने पर भी बच्चे को टीका लगाया गया, जिसके कारण उसकी जान चली गई.
बच्चे की मौत से ग्रामीणों में दहशत है.