गोरखपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल (Hanuman Prasad Poddar Cancer Hospital) में नई रेडिएशन मशीन (ट्रूबीम लीनियर एक्सिलरेटर मशीन) का लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने पूर्वांचल (Purvanchal), बिहार (Bihar) और नेपाल (Nepal) के कैंसर (Cancer) मरीजों के इलाज में नए युग की शुरूआत बताया है. उन्होंने कहा कि कमजोर तबके के कैंसर मरीजों के इलाज में आशा की नई किरण का संचार हुआ है. कहा कि कल्याण पत्रिका के आदि संपादक भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार की स्मृति में यह अस्पताल 45 साल पहले तब बना था जब पूर्वी उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरसता था. नागरिकों को इलाज के लिए लखनऊ (Lucknow), दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai) के अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था. Uttar Pradesh: सीएम Yogi Adityanath ने कहा- उज्ज्वला योजना का नारी गरिमा को सम्मान देने में महत्वपूर्ण योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दौर तक कैंसर को लाइलाज मान लिया गया था, पीड़ित परिवार आर्थिक तंगी के चपेट में आ जाते थे. तब इस अस्पताल ने सीमित संसाधनों में बेहतर चिकित्सा सुविधा देने का प्रयास किया. मुख्यमंत्री ने नई रेडिएशन मशीन को समय की मांग करार देते हुए कहा कि समय के अनुरूप हम तकनीकी उन्नयन नहीं करेंगे तो प्रतिस्पर्धा में पिछड़ जाएंगे. नई मशीन से कैंसर मरीजों को रेडियोथेरेपी की अत्याधुनिक सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में तकनीकी बदलाव के साथ सामंजस्य जरूरी है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्च र के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आया है. हर नागरिक व गरीबी की रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों के लिए अलग अलग योजनाएं घोषित की गई हैं. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्च र पर बड़ी धनराशि खर्च की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर नागरिक को सस्ते में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा देने को सरकार प्रतिबद्ध है. विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं वाला गोरखपुर एम्स बनकर तैयार है. अक्टूबर में पीएम मोदी के हाथों इसका उद्घाटन कराया जाएगा. आजादी मिलने के बाद से 2016 तक यूपी में महज 12 मेडिकल कॉलेज थे. 2017 के बाद से अबतक 33 नए मेडिकल कॉलेज हमारी सरकार ने बनाए. पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया व सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज बन गया है. बस्ती का मेडिकल कॉलेज गत वर्ष से शुरू हो गया है. कुशीनगर में बन रहा है. बलरामपुर में केजीएमयू लखनऊ के सेटेलाइट सेंटर खोला गया है.
कैंसर हॉस्पिटल में लगाई गई इस रेडिएशन मशीन की लागत 18 करोड़ रुपये है जिसमें 8.5 करोड़ रुपये का अनुदान योगी सरकार ने दिया है. हॉस्पिटल के रेडियोथेरेपी विभाग में नई रेडिएशन मशीन को स्थापित किया गया है. यह टारगेट ओरिएंटेड मशीन है यानी उन्हीं कोशिकाओं पर असर डालती है जो कैंसर से प्रभावित हैं. इससे मरीजों को रेडिएशन से होने वाले साइड-इफेक्ट में काफी कमी आएगी. इस मशीन की खासियत यह है कि इससे रेडिएशन के दौरान सामान्य कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है.