UP: कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हुए आइसोलेट, सीएम कार्यालय के कुछ अधिकारी आए हैं पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी से हालात बिगड़ते जा रहे है. यूपी की राजधानी लखनऊ समेत तमाम बड़े शहरों में कोविड-19 से स्थिति गंभीर हो गई है. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना संक्रमित हो गए है, जिसके बाद सीएम योगी ने खुद को आइसोलेट कर लिया है.

सीएम योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस महामारी से हालात बिगड़ते जा रहे है. यूपी की राजधानी लखनऊ समेत तमाम बड़े शहरों में कोविड-19 से स्थिति गंभीर हो गई है. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना संक्रमित हो गए है, जिसके बाद सीएम योगी ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 18,021 नए मामले सामने आये है और 85 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया है. Night Curfew: कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लखनऊ, कानपुर, वाराणसी में नाइट कर्फ्यू लागू

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा “मेरे कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं. यह अधिकारी मेरे संपर्क में रहे हैं, अतः मैंने एहतियातन अपने को आइसोलेट कर लिया है एवं सभी कार्य वर्चुअली प्रारंभ कर रहा हूं.”

इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में मंगलवार को अपना कोविड टेस्ट कराया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कोरोना वायरस जांच के लिए अपना सैंपल दिया. अब उनको रिपोर्ट का इंतजार है. उन्होंने स्वास्थ्यकर्मी द्वारा सैंपल लेने की तस्वीर ट्विटर पर डाली है.

इस दौरान वह बीजेपी पर खूब बरसे और कहा कि योगी सरकार को जवाब देना होगा कि उसने कोरोना पर नियंत्रण पाने का झूठा ढिंढोरा क्यों पीटा. जांच कराने के बाद उन्होंने कहा कि यूपी में कोरोना से जो हाहाकार मचा है, उसके लिए बीजेपी सरकार को जवाब देना होगा कि उसने कोरोना पर नियंत्रण पाने का झूठा ढिंढोरा क्यों पीटा. टीका, टेस्ट, डॉक्टर, बेड, एंबुलेंस की कमी, टेस्ट रिपोर्ट में देरी व दवाई की कालाबाजारी पर बीजेपी सरकार चुप क्यों है. स्टार प्रचारक कहां हैं?

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना से हालात चिंताजनक हो गए है. जिले में प्रतिदिन चार से पांच हजार कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. बेड के लिए लोंगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक बेहद आहत हैं. उन्होंने अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ को पत्र लिखकर राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान भी सुविधा पाने से वंचित लोगों की चिंता करने का अनुरोध किया है. उनका यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल होकर सुर्खियों में बना हुआ है.

Share Now

\