अमेरिका: पीएम मोदी को स्वच्छता मुहिम के लिए आज मिलेगा ‘ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड (Global Goalkeeper Award) से सम्मानित किया जाएगा. पीएम मोदी को ‘स्वच्छ भारत अभियान’ (Swachch Bharat Abhiyan) के लिए आज अमेरिका में नवाजा जाएगा. फाउंडेशन अपने चौथे वार्षिक गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स अवार्ड्स का आयोजन कर रहा है. फाउंडेशन ने कहा है कि, हम मोदी को भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता प्रदान करने के लिए अपना वार्षिक गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स पुरस्कार प्रदान करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड (Global Goalkeeper Award) से सम्मानित किया जाएगा. पीएम मोदी को ‘स्वच्छ भारत अभियान’ (Swachch Bharat Abhiyan) के लिए आज अमेरिका में नवाजा जाएगा. फाउंडेशन अपने चौथे वार्षिक गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स अवार्ड्स का आयोजन कर रहा है. फाउंडेशन ने कहा है कि, हम मोदी को भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता प्रदान करने के लिए अपना वार्षिक गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स पुरस्कार प्रदान करेंगे. पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुवात 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया था. जिससे आज भी बड़े पैमाने पर लोगों जुड़े हुए हैं.
पीएम मोदी के इस महत्वाकांक्षी अभियान का लक्ष्य महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक देश को खुले में शौच मुक्त कराना है. अब तक नौ करोड़ शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है और मौजूदा समय में ग्रामीण क्षेत्र में 98 फीसदी यह कार्य पूरा हो चुका है. चार साल पहले यह महज 38 फीसदी था. अब तक 9 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और वर्तमान में ग्रामीण स्वच्छता कवरेज भारत के 98 प्रतिशत गांवों तक पहुंच गया है. फाउंडेशन ने बयान में कहा था, ‘‘स्वच्छ भारत मिशन दुनिया भर के अन्य देशों के लिए एक उदाहरण के तौर पर काम कर सकता है.
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गौररमलब है कि सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण एशियाई मूल के अमेरिकियों के एक प्रमुख समूह ने मानवाधिकार के कथित हनन का हवाला देते हुये फाउंडेशन को एक खुला पत्र लिखकर इस पुरस्कार की आलोचना की थी और फाउंडेशन से इसे वापस लेने का आग्रह किया था. लेकिन बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा था, स्वच्छ भारत मिशन से पहले, भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता तक पहुंच नहीं थी और अब, उनमें से अधिकांश स्वच्छता के दायरे में आ गए हैं. अभी भी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन भारत में स्वच्छता अभियान के प्रभाव पहले से ही दिख रहे हैं.