US टैरिफ संकट पर PM मोदी ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग, 7 केंद्रीय मंत्री करेंगे चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा भारत के निर्यात पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने और 27 अगस्त से इसे बढ़ाकर 50% करने की चेतावनी ने भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला है.
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा भारत के निर्यात पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने और 27 अगस्त से इसे बढ़ाकर 50% करने की चेतावनी ने भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला है. खासतौर पर जेम्स-ज्वेलरी, टेक्सटाइल और फुटवियर जैसे सेक्टर पर इसका सीधा प्रभाव पड़ सकता है. यह टैक्स करीब 40 अरब डॉलर के निर्यात को प्रभावित करेगा.
इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6:30 बजे अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल (EAC) की बैठक करेंगे. बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कुल 7 केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे.
चीन और रूस के साथ रिश्तों पर भी नजर
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब चीनी विदेश मंत्री वांग यी भारत दौरे पर हैं और विदेश मंत्री एस. जयशंकर जल्द ही रूस जाने वाले हैं. ऐसे में भारत अपनी विदेश नीति के जरिए अमेरिका के साथ बिगड़ते रिश्तों का संतुलन साधने की कोशिश करेगा.
भारत-यूएस व्यापार समझौता अधर में
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) की बातचीत फिलहाल टल गई है. यह बैठक अगस्त के आखिरी हफ्ते में होनी थी. हालांकि, दोनों देशों का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक BTA के पहले चरण को पूरा कर लिया जाए और 2030 तक व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाया जाए.
किसानों और पशुपालकों पर असर नहीं होगा: मोदी
अमेरिका भारत से कृषि और डेयरी सेक्टर को खोलने का दबाव डाल रहा है. लेकिन भारत ने इसे साफ तौर पर खारिज किया है. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा, "मैं किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं करूंगा."
उम्मीद की किरण: अमेरिका-रूस वार्ता
ट्रंप और पुतिन के बीच हाल ही में हुई मुलाकात से संकेत मिले हैं कि अमेरिका अपने रुख में नरमी ला सकता है. अगर अमेरिका-रूस रिश्तों में सुधार होता है, तो भारत पर लगाए गए अतिरिक्त टैक्स पर भी पुनर्विचार हो सकता है.
भारत-अमेरिका व्यापार में वृद्धि जारी
तनाव के बावजूद, भारत का अमेरिका के साथ व्यापार बढ़ रहा है. अप्रैल-जुलाई 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात 21.64% बढ़कर 33.53 अरब डॉलर पहुंचा, जबकि आयात 12.33% बढ़कर 17.41 अरब डॉलर हुआ.