UP पुलिस का टारगेट सेट, चलता रहेगा बुलडोजर, 2 साल में TOP-50 माफियाओं की 1200 करोड़ की संपत्ति होगी जब्त
यूपी पुलिस ने अगले 2 साल में माफियाओं की 1200 करोड़ की संपत्तियों के जब्तीकरण का टारगेट रखा है. आम लोगों के बीच माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जो छवि बनी है, उसे योगी सरकार (Yogi Government) बरकरार रखना चाहती है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर गरजता रहेगा. माफिया और अपराधियों के आर्थिक साम्राज्य पर पुलिस की कार्रवाई अगले 2 सालों में और तेज होगी. यूपी पुलिस ने अगले 2 साल में माफियाओं की 1200 करोड़ की संपत्तियों के जब्तीकरण का टारगेट रखा है. आम लोगों के बीच माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जो छवि बनी है, उसे योगी सरकार (Yogi Government) बरकरार रखना चाहती है. मुख्यमंत्री योगी की नीतियों से प्रभावित पांच शराब माफिया का थाने में आत्मसमर्पण
सीएम योगी और कैबिनेट मंत्रियों के समक्ष हुए प्रस्तुतिकरण में यूपी पुलिस ने इस लक्ष्य तक पहुंचने का दावा किया है. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में प्रदेश के टॉप-25 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का अभियान चलाया गया था. अब इसका दायरा बढ़ाकर प्रदेश के टॉप 50 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का लक्ष्य रखा गया है. बीते 5 सालों में यूपी पुलिस अब तक 2081 करोड़ से अधिक की माफियाओं और अपराधियों की संपत्ति पर कार्रवाई कर चुकी है.
अब यूपी पुलिस ने 2 साल में गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत माफियाओं की 12 सौ करोड़ की संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य रखा है. इन माफियाओं के खिलाफ होने वाली कार्रवाई की हर सप्ताह वरिष्ठों द्वारा समीक्षा की जाएगी. साथ ही अगले 100 दिनों में इन माफियाओं के खिलाफ कोर्ट में लंबित चल रहे मामलों में सजा कराने का भी लक्ष्य तय किया गया है.
पुलिस ने पहले 100 दिन में विभिन्न प्रकार के माफिया जैसे खनन, शराब, पशु तस्कर, वन, भू-माफियाओं की 500 करोड़ रुपये की संपत्ती को जब्त करने का टारगेट रखा है. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद जैसे तमाम बड़े माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान चलाकर 2081 करोड़ रुपये की संपत्तियों के जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई.