UP MLC Elections: भाजपा, सपा ने लगाया जोर, दोनों दलों के उम्मीदवारों ने किया नामांकन
पहले चरण के 29 निर्वाचन क्षेत्रों की 30 सीटों के लिए सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन था. भाजपा व सपा गठबंधन सभी 36 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस व बसपा इस चुनाव से बाहर हैं. वहीं, जिन्हें भाजपा व सपा से टिकट नहीं मिला है, उनमें से भी कुछ उम्मीदवारों ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के बाद हो रहे एमएलसी चुनाव (MLC Elections) में भी भाजपा (BJP) और सपा (SP) की सीधी टक्कर है. दोनों ओर से चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकी गयी है. विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) की 36 सीटों के लिए हो रहे चुनाव के तहत पहले चरण की 30 सीटों के लिए कुल 139 उम्मीदवार चुनाव मैदान में डट गए हैं. नामांकन के अंतिम दिन 113 प्रत्याशियों ने पर्चे भरे. यूपी एमएलसी चुनाव में सर्वाधिक 14 उम्मीदवार मेरठ-गाजियाबाद सीट (Meerut-Ghaziabad seat) से हैं. बदायूं (Badaun), हरदोई (Hardoi) व अलीगढ़ सीट (Aligarh seat) से केवल दो-दो उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में हैं. ऐसे में इन सीटों पर तो भाजपा व सपा प्रत्याशियों के बीच ही सीधी टक्कर होने की उम्मीद है. मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 24 को नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की असली तस्वीर सामने आ जाएगी. UP Election Results 2022: छोटे दलों ने दी भाजपा-सपा को बड़ी ताकत, कांग्रेस और बसपा से बड़ा हुआ कद
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मथुरा-एटा-मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र ही ऐसा है जहां से दो प्रतिनिधि चुने जाते हैं. बाकी सभी निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक प्रतिनिधि ही चुने जाते हैं. उन्होंने बताया कि 22 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच व 24 को नाम वापसी का समय है. नौ अप्रैल को मतदान होगा. मतगणना 12 अप्रैल को सुबह आठ बजे से होगी.
पहले चरण के 29 निर्वाचन क्षेत्रों की 30 सीटों के लिए सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन था. भाजपा व सपा गठबंधन सभी 36 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस व बसपा इस चुनाव से बाहर हैं. वहीं, जिन्हें भाजपा व सपा से टिकट नहीं मिला है, उनमें से भी कुछ उम्मीदवारों ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा है.
बांदा-हमीरपुर में आठ व प्रतापगढ़ में सात प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली व आगरा-फिरोजाबाद में छह-छह, वाराणसी, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, सुलतानपुर, आजमगढ़-मऊ, इलाहाबाद,झांसी-जालौन-ललितपुर,मथुरा-एटा-मैनपुरी, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर व पीलीभीत-शाहजहांपुर में पांच-पांच प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. कानपुर-फतेहपुर, बाराबंकी, खीरी, गाजीपुर, बुलंदशहर व सीतापुर में चार-चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इसी प्रकार इटावा-फरूर्खाबाद, मीरजापुर-सोनभद्र, जौनपुर, बहराइच में तीन-तीन प्रत्याशी मैदान में हैं.
एमएलसी की छह सीटों के लिए मंगलवार को नामांकन का अंतिम दिन है. सोमवार को इन छह सीटों के लिए नौ पर्चे भरे गए. गोंडा, देवरिया व बलिया निर्वाचन क्षेत्र से एक-एक एवं फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर व गोरखपुर-महराजगंज से दो-दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है.
उधर, अलीगढ़-हाथरस स्थानीय निकाय एमएलसी सीट के लिए सपा-भाजपा में सीधी टक्कर मानी जा रही है. कलेक्ट्रेट पर भाजपा से ऋषिपाल सिंह और सपा से मौजूदा एमएलसी जसवंत सिंह यादव ने नामांकन किया. इस दौरान दोनों दलों के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे. नामांकन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे. इस दौरान लोकदल नेता व पूर्व एमएलसी सुनील सिंह खुद दावेदारी कर रहे थे, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया.
विधान परिषद के पीलीभीत-शाहजहांपुर निर्वाचन क्षेत्र के लिए सोमवार को भाजपा प्रत्याशी डॉ सुधीर गुप्ता और सपा उम्मीदवार अमित यादव रिंकू समेत कई निर्दलियों ने कलेक्ट्रेट जाकर डीएम के न्यायालय कक्ष में नामांकन पत्र जमा किया. भाजपा उम्मीदवार के आरओ कक्ष में पहुचने से पहले ही प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, प्रावधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कृष्णाराज आदि प्रमुख नेताओं और भाजपा विधायकों समेत पार्टी के कई प्रमुख पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंच गए.
मुरादाबाद- बिजनौर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए सोमवार नामांकन प्रक्रिया के तहत भाजपा और सपा उम्मीदवारों के साथ ही एक किन्नर समेत कुल छह उम्मीदवारों ने पर्चा भरा. इन सभी उम्मीदवारों ने डीएम/ निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया.