
मथुरा के एक गांव में 32 वर्षीय व्यक्ति ने पेट दर्द से परेशान होकर खुद पर ही ऑपरेशन कर डाला. इंटरनेट और यूट्यूब से जानकारी लेकर, राजाबाबू कुमार ने बुधवार शाम खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और सुन्न करने वाला इंजेक्शन लगाने के बाद अपने पेट के निचले दाएं हिस्से में सात इंच का चीरा लगा दिया.
हालांकि, जब सर्जिकल ब्लेड अपेक्षा से अधिक गहराई तक चला गया, तो दर्द असहनीय हो गया और रक्तस्राव शुरू हो गया. राजाबाबू ने खुद ही घाव को सिलने की कोशिश की, लेकिन जब रक्तस्राव नहीं रुका, तो उन्होंने परिवार को इसकी जानकारी दी.
परिवार वाले यह देखकर स्तब्ध रह गए और तुरंत उन्हें मथुरा जिला अस्पताल ले गए. वहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें आगरा के एक बड़े मेडिकल सेंटर में रेफर कर दिया. गुरुवार तक उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी.
मथुरा अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी शशि रंजन ने बताया, "राजाबाबू ने अपने पेट के दाईं ओर सात बाई एक सेंटीमीटर का चीरा लगाया था. उन्होंने खुद ही 10-12 गलत टांके भी लगाए थे. हमने सही तरीके से टांके लगाए और उन्हें आगे के इलाज के लिए आगरा भेज दिया."
जैत पुलिस स्टेशन के एसएचओ अश्विनी कुमार ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इस मामले की सूचना दी. "व्यक्ति पूरी तरह से होश में था और उसे आगरा रेफर किया गया," उन्होंने बताया.
राजाबाबू, जो कि अपने गांव सुनरख में एक बैंक्वेट हॉल चलाते हैं, पहले से ही एक अपेंडिक्स ऑपरेशन करवा चुके थे और उसी जगह पर दर्द महसूस कर रहे थे, उनके भतीजे राहुल कुमार ने बताया.
परिवार के एक सदस्य ने कहा, "उन्होंने खुद ही विभिन्न सर्जिकल उपकरण खरीदे. फिर पेट को काटा और सिल दिया. बाद में बाहर आकर उन्होंने दर्द की शिकायत की. संभवतः उन्होंने खुद को सुन्न करने वाला इंजेक्शन दिया था. जब दर्द असहनीय हो गया, तो उन्होंने परिवार को बताया."
यह घटना चिकित्सा विशेषज्ञों और आम जनता के लिए एक चेतावनी है कि बिना किसी पेशेवर प्रशिक्षण के खुद पर ऑपरेशन करना जानलेवा साबित हो सकता है.