लखनऊ, 25 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शिक्षकों को फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने के आरोप में शिक्षा विभाग के एक निलंबित लेखा अधिकारी को गिरफ्तार किया है. आरोपी जगदीश प्रसाद श्रीवास्तव फरार हो गया था और उस पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था. ऑपरेशन का नेतृत्व करने वाले इंस्पेक्टर (एसटीएफ) सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि जगदीश को रविवार को गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था. यह भी पढ़े: Maharashtra: महिला की आवाज में फोन कर दुकानदारों को ठगने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
एसटीएफ ने कहा कि 2018 से देवरिया में जगदीश के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गई थी. अब तक 30 फर्जी शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. वरिष्ठ प्रखंड शिक्षा अधिकारी बीरबल राम द्वारा 1987-1989 और 2010-11 की रिकॉर्ड बुक गुम होने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद एसटीएफ ने 19 जुलाई को मामला अपने हाथ में लिया. उन्होंने दावा किया कि 2015-16 की रिकॉर्ड बुक से पेज गायब थे. राम ने प्राथमिकी में दावा किया कि उसने जिले के दो सहायता प्राप्त सरकारी स्कूलों में फर्जी तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति की शिकायत दर्ज कराई थी.
इंस्पेक्टर (एसटीएफ) सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि जगदीश देवरिया स्थित बीएसए कार्यालय में 2010 से कार्यरत थे. सिंह ने कहा, "जगदीश पर रिकॉर्ड बुक से छेड़छाड़ करने का आरोप है. वह रिकॉर्ड के पन्नों को फाड़ देता था और फिर उन लापता पन्नों पर गलत जानकारियां लिखता था. "आंतरिक जांच में जगदीश का नाम सामने आने के तुरंत बाद उसे निलंबित कर दिया गया. रिकॉर्ड बुक में एक जिले में तैनात सभी शिक्षकों का विवरण होता है. एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि जगदीश ने फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर अब तक चार करोड़ रुपये कमाए हैं.