अयोध्या: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में एक आधिकारिक साइनबोर्ड का रंग नारंगी से हरा करने के जिलाधिकारी के फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया में मची हायतौबा के बाद एक बार फिर उसका रंग बदलकर लाल कर दिया गया है. रंग बदलने को लेकर बुधवार को बड़ा विवाद खड़ा हो गया था और कई लोगों ने इसे सरकार में बदलाव के प्रतीक के रूप में देखा. UP Election 2022: अयोध्या की गोसाईगंज सीट पर भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर, दोनों दलों के प्रत्याशियों पर दर्ज है कई आपराधिक केस
अयोध्या में एक कनिष्ठ अधिकारी ने कहा, "लाल किसी पार्टी का रंग नहीं है, इसलिए यह अधिक सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि रंग में बदलाव को राजनीतिक कोण देने का कोई इरादा नहीं था."
Within 24 hours, this sign board of #Ayodhya changed many colours.
1-Saffron
2-Green
3-Red#UttarPradeshElection2022 pic.twitter.com/LtF1yuG5Eo
— Arvind Chauhan अरविंद चौहान (@Arv_Ind_Chauhan) March 3, 2022
अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बुधवार को अपने आवास के बाहर लगे साइनबोर्ड को नारंगी से हरे रंग में बदल दिया.
नारंगी या केसरिया भाजपा का आधिकारिक रंग है, जबकि हरा रंग समाजवादी पार्टी का प्रतीक है.
Wind is blowing for a change !
And #AkhileshYadav is coming !!
Realising this #Ayodhya DM has already changed the colour of his office- signboard !!!#UPElections #UPElections2022 #UttarPradeshElections pic.twitter.com/siFmKNdmaZ
— Gangaram Raju (@gangaram_raju) March 2, 2022
जैसे ही नारंगी साइनबोर्ड को बदलकर हरा रंग किया गया, उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं.
उन्होंने कहा, "सत्ता में पार्टी के रंग के अनुरूप संकेत हमेशा बदले जाते हैं. मायावती के शासन के दौरान, सभी संकेत नीले थे."
बसपा और सपा शासन में शीर्ष पदों पर रह चुके एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ने कहा, "हालांकि, इस मामले में, इसे एक बड़ी गलती माना जा सकता है क्योंकि सरकार में बदलाव होना बाकी है."
इस बीच, सोशल मीडिया, साइनेज के रंग में बदलाव को लेकर सोशल मीडिया, चुटकुलों और मीम्स से भर गया है, कई राजनीतिक भविष्यवक्ता इस आधार पर चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी कर रहे हैं. हालांकि, अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.