उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य में कट्टरपंथ और धर्मांतरण फैलाने के लिए मदरसों को मिलने वाली अवैध विदेशी फंडिंग की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. मुख्य फोकस के तहत नेपाल बेल्ट के आसपास के क्षेत्र के 4000 मदरसे रडार पर है. ये जांच एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में की जाएगी.
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने पिछले दिनों प्रदेश में चल रहे मदरसों (Madrasa) का सर्वे करवाया था. सर्वे में सामने आया था कि प्रदेश में 16,513 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं. वहीं 8,500 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे भी चल रहे हैं. ये भी पढ़ें- Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में यूपी में BJP के सामने टिकट बटवारे का संकट, OBC सहयोगियों ने मांगी पहले से अधिक सीटें
एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल, एसपी साइबर क्राइम डॉक्टर त्रिवेणी सिंह और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के डायरेक्टर भी इस जांच टीम में शामिल हैं. ADG एटीएस मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में एसआईटी की टीम मामले की जांच करेगी. जांच के दौरान एसआईटी पता लगाएगी की कही मदरसों को मिल रही विदेशी मदद का गलत इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है.
⚡️Yogi Govt forms SIT to probe illegal Foriegn funding to Madrasas in state to spread radicalism, fundamentalism and conversion. Area around Nepal Belt under main focus. 4000 madrasas under radar
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) October 22, 2023
नेपाल सीमा से सटे क्षेत्र में भी अच्छी संख्या में बिना मान्यता प्राप्त मदरसे पाए गए हैं. ये इलाका संवेदनशील है. ऐसे में इस क्षेत्र में चल रहे मदरसों पर SIT टीम की खास नजर है. एसआईटी टीम इन मदरसों की खास तौर पर जांच करेगी.
जब मदरसों का सर्वे करवाया जा रहा था, तो नेपाल सीमा से सटे इलाकों में चल रहे मदरसों के खिलाफ बड़े पैमाने पर शिकायते मिली थी. आरोप था कि ये मदरसे विदेशी फंडिंग का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. तभी ये मदरसे योगी सरकार की रडार पर हैं.