नई दिल्ली: आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) को घाटे से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने मंगलवार को 9 हजार करोड़ का बेलआउट पैकेज (Bailout Package) मंजूर किया है. केंद्र और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) मिलकर हजारों करोड़ों के घाटे से जूझ रहे आईडीबीआई बैंक को यह पूंजी देगी. इससे जुड़े एक प्रस्ताव को आज कैबिनेट बैठक में हरी झंडी मिली.
कैबिनेट मंत्रियों की बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने आईडीबीआई बैंक के लिए 9 हजार करोड़ का बेलआउट की इजाजत दे दी है. जावड़ेकर ने आगे कहा कि इससे मोदी सरकार का बैंक को मजबूत करने के वादे को दर्शाता है. मौजूदा समय में आईडीबीआई के कुल 1892 ब्रांच हैं जबकि 1407 सेंटर हैं. वहीं इस बैंक के एटीएम 3705 हैं.
Union Minister Prakash Javadekar: Cabinet has cleared recapitalization of IDBI Bank with one-time infusion of funds by both government & LIC (Life Insurance Corporation). It will help both IDBI and LIC, and shows government's commitment to take banking to a sound level. pic.twitter.com/rs5RiFQnil
— ANI (@ANI) September 3, 2019
गौरतलब हो कि जीवन बीमा निगम के अनुषंगी आईडीबीआई बैंक को चालू वित्त वर्ष की 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में 3,800.84 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. बताया जा रहा है आईडीबीआई का घाटा फंसे हुए कर्ज की वजह से बढता ही जा रहा है. एक साल पहले की अप्रैल-जून अवधि में बैंक का घाटा 2,409.89 करोड़ रुपये था.
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जबकि वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में बैंक का फंसे कर्ज यानी एनपीए के लिए प्रावधान बढ़कर 7,009.49 करोड़ रुपये हो गया. जो कि पिछले साल इसी अवधि में 4,602.55 करोड़ रुपये था. वहीं बैंक द्वारा शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार समीक्षावधि के दौरान बैंक की कुल आय गिरकर 5,923.93 करोड़ रुपये रह गई. 2018-19 की पहली तिमाही में उसकी आय 6,402.50 करोड़ रुपये थी.