नई दिल्ली: केंद्र की ओर से पारित किए गए नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. सरकार की नई नीतियों पर अपनी असहमति जताते हुए किसान गाजीपुर, टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं. इस बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि देश के किसानों को तीनों कृषि कानूनों पर चर्चा करनी चाहिए और हमारे कृषि मंत्री इसके लिए तैयार हैं. कुछ तत्व इस आंदोलन का फायदा लेकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गांव, गरीब, मज़दूर, किसान के हितों के लिए समर्पित है, जो भी नए सुझाव किसान देंगे उसे स्वीकारने के लिए तैयार है. हमारी सरकार में किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा. सीआईआई ने कहा, किसान आंदोलन से अर्थव्यवस्था का पुनरोद्धार प्रभावित होगा
केंद्रीय एमएसएमई (MSME), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा आने वाले समय में हवाई जहाज इथेनॉल (Ethanol) से बने ईंधन पर चलेंगे और उसका पैसा किसानों को मिलेगा. यह हमारे सरकार का विजन और सपना है. उन्होंने बताया कि हमारे देश में आठ लाख करोड़ के क्रूड ऑयल का आयात है, इसके बजाय हम दो लाख करोड़ की इथेनॉल की अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं. अभी यह केवल 20,000 करोड़ की ही है. अगर ये दो लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनेगी तो एक लाख करोड़ किसानों की जेब में जाएंगे.
In the coming time, aeroplanes will run on fuel made from ethanol and the money will go to farmers. This is our vision and dream: Union Minister Nitin Gadkari https://t.co/GvPYlWzTL2
— ANI (@ANI) December 15, 2020
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नेताओं का राजनीति करने का अधिकार है. सही बात राजनीतिक पार्टियां बताएं, किसान संगठन या किसान बताएं हम वो बदलाव करने के लिए तैयार हैं. इस विषय को सब राजनीति से दूर रखेंगे तो किसानों की भलाई होगी. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि अन्ना हज़ारे किसान आंदोलन से जुड़ेंगे, क्योंकि हमने किसानों का कोई अहित नहीं किया है.