कोरोना महामारी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा- अगले जुलाई तक 25 करोड़ लोगों तक पहुंचाएंगे कोविड-19 का टीका

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने रविवार को कहा कि केंद्र कोविड-19 वैक्सीन की 40-50 करोड़ खुराक की खरीद की योजना पर काम कर रहा है, जिसे जुलाई 2021 तक 25 करोड़ लोगों तक पहुंचाया जाएगा.

कोरोना महामारी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा- अगले जुलाई तक 25 करोड़ लोगों तक पहुंचाएंगे कोविड-19 का टीका
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन (Photo Credit: Twitter)

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन (Harsh Vardhan) ने रविवार को कहा कि केंद्र कोविड-19 वैक्सीन की 40-50 करोड़ खुराक की खरीद की योजना पर काम कर रहा है, जिसे जुलाई 2021 तक 25 करोड़ लोगों तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अनुयायियों के लिए अपने साप्ताहिक वेबिनार 'संडे संवाद' में कहा, "सरकार की योजना है कि 40-50 करोड़ कोविड-19 वैक्सीन डोज प्राप्त की जाए और उसका उपयोग किया जाए. हमारा लक्ष्य जुलाई 2021 तक 20-25 करोड़ लोगों को कवर करना है. इसके लिए, हम बड़े पैमाने पर मानव संसाधन, प्रशिक्षण, पर्यवेक्षण इत्यादि में क्षमता निर्माण कर रहे हैं."

मंत्री ने कहा कि नीति अयोग सदस्य, वी.के. पॉल (Vk Paul) की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति पूरी प्रक्रिया पर काम कर रही है. उन्होंने कहा, "वैक्सीन की खरीद केंद्रित रूप से की जा रही है और प्रत्येक खेप को वास्तविक समय तक ट्रैक किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह उन लोगों तक पहुंचे, जिन्हें इसकी आवश्यकता है." हर्ष वर्धन ने कहा कि ये समिति देश में विभिन्न टीकों की उपलब्धता की समय सीमा को समझने के लिए काम कर रही हैं. समिति निर्माताओं से भारत की इन्वेंट्री के लिए अधिक से अधिक संख्या में डोज उपलब्ध कराने, आपूर्ति प्रबंधन और उच्च-जोखिम वाले समूहों की प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह भी पढ़े: COVID-19 Vaccine Update: कोरोना महामारी को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन बड़ा दावा, कहा- अगले साल की शुरुआत में आ जाएगा COVID-19 का टीका

उन्होंने कहा, "यह काम प्रगति पर है, जो टीकाकरण कार्यक्रम के तेजी से रोल-आउट सुनिश्चित करने के लिए टीके तैयार होने तक पूरा हो जाएगा." उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता और उच्च जोखिम वाले लोग सरकार की प्राथमिकता सूची में ऊपर हैं. उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय वर्तमान में एक प्रारूप तैयार कर रहा है, जिसमें राज्यों को वैक्सीन प्राप्त करने के लिए सबसे पहले उच्च जोखिम वाले जनसंख्या समूहों की सूची प्रस्तुत करने को कहा गया है. उन्होंने कहा, "फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सूची में सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र के डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, सेनेटरी कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, निगरानी अधिकारी और कई अन्य व्यावसायिक श्रेणियां शामिल होंगी जो मरीजों के इलाज, परीक्षण और उपचार में शामिल हैं." यह भी पढ़े: PM-CARES Fund Row: अधीर रंजन चौधरी ने पूछा- COVID-19 महामारी से निपटने के स्वास्थ्य मंत्रालय को पीएम केयर्स फंड से मिला कितना पैसा? डॉ हर्षवर्धन ने दिया ये जवाब

मंत्री ने कहा, "वैक्सीन को पूर्व-निर्धारित प्राथमिकता और क्रमबद्ध तरीके से वितरित किया जाएगा. पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए, आने वाले महीनों में पूरी प्रक्रिया का विवरण साझा किया जाएगा." हर्ष वर्धन ने यह भी बताया कि राज्यों को बारीकी से कोल्ड चेन सुविधाओं और अन्य संबंधित बुनियादी ढांचे के बारे में विवरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है जो कि टीका के ब्लॉक स्तर वितरण के लिए आवश्यक होंगे. उन्होंने कहा, "इस अभ्यास को इस अक्टूबर के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है."


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