त्रिपुरा: अगरतला में निकाय चुनाव के बीच हुई कथित पुलिस बर्बरता को लेकर तृणमूल सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. टीएमसी सांसद का एक डेलिगेशन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात के लिए समय मांग रहा है लेकिन गृह मंत्रालय से अब तक इस बात के लिए समय नहीं मिल पाया है.
वहीं टीएमसी सासंद डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय, शांतनु सेन, डोला सेन सहित तृणमूल के 16 सांसद सोमवार सुबह दिल्ली में तृणमूल पार्टी कार्यालय पहुंचे.
Delhi: A delegation of TMC MPs protest outside the Ministry of Home Affairs (MHA) over alleged police brutality in Tripura. They are seeking an appointment from the Union Home Minister Amit Shah. pic.twitter.com/sS3UfRsawG
— ANI (@ANI) November 22, 2021
वहीं गृह मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन के बीच TMC सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि, त्रिपुरा की सरकार को बर्ख़ास्त किया जाना चाहिए. त्रिपुरा में गुंडा राज कायम किया गया है. गृह मंत्री से हम मिलना चाहते थे, लेकिन उन्होंने हमें समय नहीं दिया है. हमारी TMC युवा नेता पर झूठा मुक़द्दमा दर्ज़ किया गया है.
वहीं, TMC सांसद सौगत राय ने कहा कि, त्रिपुरा में हुई घटना लोकतंत्र पर हमला है. हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात का वक़्त मांगा है, लेकिन अभी समय हमें नहीं मिला है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी आ रही हैं वे कई विरोधी नेताओं के साथ मुलाक़ात करेंगी.
दरअसल, त्रिपुरा में टीएमसी की नेता सायानी घोष को गिरफ्तार करने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सायानी घोष पर आरोप लगाया है कि उन्होंने निकाय चुनावों के दौरान शनिवार रात को मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब की एक नुक्कड़ सभा को बाधित किया है. इसके साथ ही घोष पर कार्यकर्ता की हत्या और हमले का आरोप भी लगाया गया है.
वहीं इस मामले में बीजेपी की ओर से बयान सामने आया है कि, टीएमसी कार्यकर्ता असलम शेख की हत्या टीएमसी की अंदरूनी कलह का नतीजा है. टीएमसी त्रिपुरा में हिंसा फैला रही है. सायानी घोष की गिरफ्तारी के विरोध में अब टीएमसी त्रिपुरा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.