COVID 3rd Wave: ब्रिटेन, रूस में फिर तेजी से पांव पसार रहा कोरोना वायरस, भारत के लिए भी बजी खतरे की घंटी
भारत में अब कोरोना वायरस की रफ्तार सुस्त पड़ गई है. शुक्रवार को देशभर में संक्रमण के 62,480 नए मामले सामने आए और 24 घंटों में कोविड से 1,587 लोगों की मौत हुई. यह आंकड़ा पिछले दो महीनों में सबसे कम है. लेकिन इसके बावजूद भी भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने का खतरा बना हुआ है.
नई दिल्ली: भारत में अब कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार सुस्त पड़ गई है. शुक्रवार को देशभर में संक्रमण के 62,480 नए मामले सामने आए और 24 घंटों में कोविड से 1,587 लोगों की मौत हुई. यह आंकड़ा पिछले दो महीनों में सबसे कम है. लेकिन इसके बावजूद भी भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने का खतरा बना हुआ है. कोविड की संभावित तीसरी लहर से पहले केंद्र और कई राज्य सरकारें गांवों से लेकर शहरों तक के अस्पतालों को बेहतर बनाने और उन्हें समस्त सुविधाओं से युक्त करने के लिए कदम उठा रहे है. COVID 3rd Wave: 1 लाख फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स तैयार करने के लिए 26 राज्यों में 6 क्रैश कोर्स शुरू, पीएम मोदी ने महाअभियान का किया शुभारंभ
विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि आने वाले कुछ हफ्तों में डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) की वजह से देश के कई राज्यों में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आ सकती है. इसके साथ ही संक्रमण की रफ्तार भी दूसरी लहर के मुताबिक डबल होगी. यानी अगर अभी से ही कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन कड़ाई से नहीं किया गया, तो दूसरी लहर से बाहर निकलने से पहले ही कई राज्य तीसरी लहर की चपेट में आ सकते है.
विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना महामारी से बचाव का मात्र उपाय बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन और कोरोना गाइडलाइंस का सही से पालन करना ही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहले ही कहा है कि सबसे पहले भारत में पाए गए बी.1.617 कोविड-19 के तीन वैरियंट में से एक बी.1.617.2 ही अब ‘‘चिंता का सबब’’ है और बाकी के दो वैरियंट में संक्रमण फैलाने की दर बहुत कम है. बी.1.617 वैरियंट सबसे पहले भारत में पाया गया और ये तीन स्वरूप बी.1.617.1, बी.1.617.2 और बी.1.617.3 में विभाजित हैं. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी डब्ल्यूएचओ ने सबसे पहले भारत में पाए गए कोरोना वायरस के वैरियंट बी.1.617.1 और बी.1.617.2 को क्रमश: 'कप्पा' और 'डेल्टा' नाम दिया है.
ब्रिटेन में 4 महीने बाद एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक 11 हजार मामले दर्ज
ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के 11,007 मामले सामने आए, जो 19 फरवरी के बाद से सबसे अधिक हैं. उस दिन 12,027 मामले सामने आए थे. सरकारी मुख्य चिकित्सा सलाहकार प्रोफेसर क्रिस विटी ने कहा कि संक्रमण के मामलों में वृद्धि अस्थायी है लेकिन इससे निश्चित रूप से अस्पतालों पर भार बढ़ेगा. साथ ही इससे मौत के आंकड़ों में भी वृद्धि हो सकती है. हालांकि ब्रिटेन की सरकार कोविड-19 के डेल्टा वैरियंट के मामलों में लगातार वृद्धि के बीच 21 जून के बाद सभी लॉकडाउन पाबंदियां चार सप्ताह तक बढ़ाने पर विचार कर रही है. पिछले हफ्ते जन स्वास्थ्य इंग्लैंड (पीएचई) को पता चला है कि सबसे पहले भारत में पहचाने गए डेल्टा वैरियंट (बी1.617.2) के मामले एक सप्ताह में लगभग 30 हजार से बढ़कर 42,323 तक पहुंच गए हैं.
तीसरी लहर के कारण अफ्रीका में संक्रमण के मामलों में 20% की बढ़ोतरी
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अफ्रीका में कोविड-19 के मामले साप्ताहिक आधार पर 20 प्रतिशत तक बढ़ रहे हैं, क्योंकि महाद्वीप के अधिकांश देश इस महामारी की तीसरी लहर से गुजर रहे हैं. आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अफ्रीका के नए कोविड-19 मामले 13 जून को समाप्त सप्ताह में बढ़कर 116,500 से ज्यादा हो गए, जो पिछले सप्ताह के 91,000 था. जबकि 22 अफ्रीकी देशों ने 13 जून को समाप्त सप्ताह में घातक वायरस के संक्रमण में 20 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी का अनुभव किया, जबकि एक ही सप्ताह में 36 देशों में मृत्यु दर में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र में ठंड के मौसम के साथ संयुक्त रूप से कोविड -19 उपायों में ढील और नए वेरिएंट महाद्वीप में नए उछाल का कारण हैं. इसके साथ ही 14 अफ्रीकी देशों में डेल्टा वैरियंट की सूचना मिली है, जबकि महाद्वीप के 25 देशों में अल्फा और बीटा वैरिएंट का पता चला है.
रूस में कोविड-19 के नए 14,000 से ज्यादा मामले
रूस के राष्ट्रीय कोरोना वायरस टास्कफोर्स ने बीते शनिवार को बताया कि देश में संक्रमण की रफ्तार 50 प्रतिशत बढ़ी है. रूस में गुरुवार को 24 घंटों में कोविड-19 के 14,057 नए मामले सामने आए है, जिससे देश भर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,264,047 हो गई है. इस बीच, कोविड-19 की मौत का आंकड़ा बढ़कर 127,992 हो गया, जबकि देश में रिकवर होने वालों की संख्या बढ़कर 4,839,705 हो गई. रूस के सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र मॉस्को में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है.
पूरे विश्व में कोरोना से 38.4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे विश्व में कोरोना के मामले बढ़कर 17.73 करोड़ हो गए हैं. इस महामारी से अब तक कुल 38.4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. शुक्रवार की सुबह अपने नवीनतम अपडेट में, यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने खुलासा किया कि वर्तमान कोरोना के मामले और मरने वालों की संख्या क्रमश: 177,355,602 और 3,840,181 है. दुनिया में सबसे ज्यादा मामलों और मौतों की संख्या क्रमश: 33,508,384 और 600,933 के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है. जबकि कोरोना संक्रमण के मामले में भारत 29,700,313 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है. (एजेंसी इनपुट के साथ)