Uttarakhand: आपदा के बाद राहत की खबर, सोमवार को बारिश और बर्फबारी की आशंका नहीं
राज्य के लिए विशेष रूप से जारी किए गए मौसम परामर्श में कहा गया कि सात और आठ फरवरी को बारिश और बर्फबारी की कोई आशंका नहीं है.
देहरादून: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि उत्तराखंड के चमोली, तपोवन और जोशीमठ में सात और आठ फरवरी को प्रतिकूल मौसम की कोई आशंका नहीं है. ऐसे में यह ग्लेशियर टूटने से प्रभावित हुए क्षेत्रों के लिए यह काफी राहत की बात है. आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक आनंद शर्मा ने कहा कि इन दोनों दिनों में चमोली, तपोवन और जोशीमठ में शुष्क मौसम रहने का अनुमान है.
राज्य के लिए विशेष रूप से जारी किए गए मौसम परामर्श में कहा गया कि सात और आठ फरवरी को बारिश और बर्फबारी की कोई आशंका नहीं है. परामर्श के मुताबिक, चमोली जिले के उत्तरी हिस्से में 9 और 10 फरवरी को हल्की बारिश या बर्फबारी का पूर्वानुमान है. Uttarakhand: ITBP के जवान बने भगवान, नई जिंदगी मिलने पर शख्स की खुशी का यह Video जरूर देखें.
उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में रविवार को हिमखंड टूटने से धौली गंगा नदी में भीषण बाढ़ आ गई है, जिससे पारिस्थितिकीय रूप से संवेदनशील हिमालय के ऊपरी हिस्सों में बड़े पैमाने पर तबाही होने की खबर है.अधिकारियों के अनुसार एक बिजली परियोजना में काम कर रहे 150 से अधिक श्रमिक लापता हैं.
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से तपोवन में स्थित NTPC प्रोजेक्ट को बहुत नुकसान हुआ है. आईटीबीपी और SDRF के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को ट्विटर के माध्यम से घटनाओं की श्रृंखला के बारे में बताया जिसके परिणामस्वरूप आपदा और तबाही हुई. घटना जोशीमठ से 26 किलोमीटर दूर रेनी गांव के पास हुई. धौलीगंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ आ गई और नदी किनारे स्थित कई घर बह गए.
रावत ने कहा कि ऋषि गंगा और अलकनंदा में बढ़ते जल के सुगम प्रवाह के लिए टिहरी बांध से प्रवाह रोका गया था. आपदा के कारण सभी गांवों और तटवर्ती इलाकों को खाली करा दिया गया था.
(इनपुट एजेंसी)