फतेहपुर दुष्कर्म कांड: पीड़ित लड़की का आनन-फानन में किया गया अंतिम संस्कार, जांच में जोड़ी गई हत्या धारा-302
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में 14 दिसंबर को कथित रूप से दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाई गई पीड़िता की कानपुर के अस्पताल में गुरुवार को मौत हो गई. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने रामचंद्रन गंगा घाट के मुक्तिधाम में उसका अंतिम संस्कार आनन-फानन में करवा दिया.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर जिले में 14 दिसंबर को कथित रूप से दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाई गई पीड़िता की कानपुर के अस्पताल में गुरुवार को मौत हो गई. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने रामचंद्रन गंगा घाट के मुक्तिधाम में उसका अंतिम संस्कार आनन-फानन में करवा दिया. गुरुवार सुबह कानपुर की हैलट अस्पताल में फतेहपुर जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र में जिंदा जलाई गई लड़की की मौत के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उसका शव गांव न ले जाकर एंबुलेंस से सीधे रामचंद्रन गंगा घाट के मुक्तिधाम ले गए और वहां तुरंत दाहसंस्कार करवा दिया.
18 साल की बेटी गंवाने वाले पिता (इंद्रपाल गौतम) ने बताया कि अधिकारी कानपुर में पोस्टमॉर्टम कराने के बाद एंबुलेंस से शव सीधे रामचंद्रन गंगा घाट के मुक्तिधाम लेकर शाम चार बजकर पांच मिनट में पहुंचे थे और चार बजकर छप्पन मिनट में तीसरे नंबर के बेटे (मृतक का भाई) से अग्निदाह करवा दिया.
गौतम ने कहा, "हम चाहते थे कि बेटी का शव पहले गांव ले जाएं, फिर अंतिम संस्कार करेंगे, लेकिन उपजिलाधिकारी प्रमोद झा और सीओ कपिलदेव मिश्रा ने हमें शव को गांव नहीं ले जाने दिया और आनन-फानन में अग्निदाह करवा दिया."
इस बाबत पूछे जाने पर सीओ कपिलदेव मिश्रा ने आईएएनएस से कहा, "शव जला हुआ था और गांव ले जाने की स्थिति में नहीं था, इसलिए लड़की के परिजनों की मर्जी से अग्निदाह करवाया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलते ही मामले में अब हत्या की धारा-302 आईपीसी जोड़ी जाएगी."