तिरुनेलवेली: बीते 29 दिसंबर को नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन (Protest Againt CAA) के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप में तमिल लेखक नेल्लई कन्नन (Tamil Writer Nellai Kannan) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराई गई थी और बुधवार को उन्हें गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि नेल्लई कन्नन (Nellai Kannan) को पेरम्बलुर से गिरफ्तार किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 29 दिसंबर को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया द्वारा नागरिकता कानून के खिलाफ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें तमिल लेखक नेल्लई कन्नन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है और बीजेपी नेताओं की शिकायतों के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है.
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया की ओर से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आयोजित किए गए कार्यक्रम में नेल्लई कन्नन के भाषण को लेकर बवाल खड़ा हो गया. बीजेपी नेताओं का आरोप है कि नेल्लई ने CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण दिया और पीएम मोदी व गृहमंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
तमिल लेखक नेल्लई कन्नन गिरफ्तार
Tamil Nadu: Tamil writer, Nellai Kannan arrested in Perambalur. An FIR was registered against him earlier, for his speech during protest meeting against #CitizenshipAmendmentAct, called by Social Democratic Party of India on 29th December. pic.twitter.com/Salwl0ocKb
— ANI (@ANI) January 1, 2020
कथित तौर पर तमिल लेखक द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण को लेकर उनके खिलाफ तिरुनेलवेली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले में बीजेपी के प्रदेश महासचिव केएस नरेंद्रन ने डीजीपी से कन्नन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी. उनका कहना था कि कन्नन का भाषण राष्ट्रीय अखंडता के खिलाफ है और यह सांप्रदायिक संघर्ष को बढ़ा सकता है. यह भी पढ़ें: एमके मुनीर ने लिखा NHRC को पत्र, बोले- CAB की शुरुआत से पूरे भारत में हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन, यूपी की स्थिति गंभीर
गौरतलब है कि राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) और नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. देश के कई राज्यों से लगातार विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही हैं. बता दें कि नागरिकता कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है.