Ajmer Seven Wonders Park Demolition: राजस्थान के अजमेर में आनासागर वेटलैंड इलाके में बने 'सेवन वंडर्स (Seven Wonders)' की प्रतिकृतियों को शुक्रवार से ध्वस्त किया जाना शुरू हो गया है. अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) के निर्देश के बाद यह कार्रवाई शुरू की है. कोर्ट ने छह महीने पहले इन संरचनाओं को अतिक्रमण घोषित कर इन्हें हटाने का आदेश दिया था. स्मार्ट सिटी परियोजना (Smart City Project) के तहत लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पार्क में ताजमहल, एफिल टॉवर, मिस्र के पिरामिड, पीसा की झुकी हुई मीनार, रोमन कोलोसियम, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी और क्राइस्ट द रिडीमर की छोटी प्रतिकृतियां बनाई गई थीं.
इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने 2022 में किया था.
'सेवन वंडर्स' की तोड़फोड़ शुरू
Ajmer, Rajasthan: The demolition of Seven Wonders Park has begun following a Supreme Court order. Part of the Smart City project, the park showcased replicas of global landmarks like the Taj Mahal and Eiffel Tower pic.twitter.com/IApVYYkc8Q
— IANS (@ians_india) September 12, 2025
क्या है पूरा मामला?
यह मामला तब उठा जब पूर्व भाजपा पार्षद अशोक मलिक (Former BJP councilor Ashok Malik) ने 11 मार्च, 2023 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) में एक याचिका दायर की. उन्होंने आरोप लगाया कि आनासागर झील क्षेत्र (Ana Sagar Lake Area) की पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचाकर मास्टर प्लान का उल्लंघन किया गया है.
इसके बाद, 11 अगस्त 2023 को एनजीटी ने झील के पास बने सेवन वंडर्स पार्क और अन्य ढांचों को हटाने का आदेश दिया.
SC ने दिया था आदेश
जनवरी 2024 में एडीए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, लेकिन कोर्ट ने पूछा कि एनजीटी के आदेश का पालन क्यों नहीं किया गया. फरवरी 2025 में कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए मुख्य सचिव को पेश होने का निर्देश दिया. इसके बाद प्रशासन ने छह महीने का समय मांगा, जिसकी समय सीमा 17 सितंबर को समाप्त हो रही है.
मार्च 2025 की सुनवाई में कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि "जब जलस्रोत और वेटलैंड सुरक्षित नहीं हैं, तो शहर को स्मार्ट कैसे कहा जाएगा." अब जब तोड़फोड़ शुरू हुई, तो प्रशासन ने इलाके में मीडिया का प्रवेश रोक दिया और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.












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