नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च न्यायालय ने स्टाफ चयन आयोग (एसएससी) संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा 2017 और एसएससी संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर परीक्षा, 2017 का रिजल्ट रोक दिया है. कोर्ट ने कहा कि उसे परीक्षा प्रक्रिया में गड़बड़ी नजर आ रही है. बता दें कि परीक्षा शुरू होने के 20 मिनट पहले ही पेपर लीक हो गया था. जिसके बाद छात्रों ने सीबीआई जांच की मांग की थी.
जस्टिस एस ए बोबडे और जस्टिस एल नागेश्वर राव की पीठ ने परीक्षाओं के नतीजों की घोषणा पर रोक लगाते हुये कहा कि कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तर और सीनियर सेकेण्डरी स्तर की 2017 की दूषित परीक्षा का लाभ लेकर सेवा में आने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
कोर्ट ने कहा ‘पहली नजर में ऐसा लगता है कि समूची SSC प्रणाली ही दूषित है और सारी परीक्षा दूषित है. यह विश्वास नहीं किया जा सकता कि परीक्षा के प्रश्न का संरक्षक स्वंय ही प्रश्नपत्र लीक कर रहा है.’
इससे पहले, पीठ ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो की स्थिति रिपोर्ट का अवलोकन किया जिसमे कर्मचारी चयन आयोग के अनेक अधिकारियों और परीक्षा के प्रश्न पत्र के संरक्षक पर आक्षेप लगाये गये थे. SSC पेपर लीक का मास्टरमाइंड हरपाल दिल्ली से गिरफ्तार, 9 मई तक रिमांड में भेजा
दरअसल, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) में धांधली के मामले ने उस समय तूल पकड़ा, जब एसएससी सीजीएल की ऑनलाइन परीक्षा शुरू होने से पहले ही उसका प्रश्नपत्र ऑनलाइन लीक हो गया. छात्रों का आरोप था कि 21 फरवरी को परीक्षा के बाद जब वें केंद्रों से बाहर निकले तो उन्होंने सोशल मीडिया पर वही पेपर शेयर होते देखा, जो वे सॉल्व करके आए थे.