Supreme Court: बैलट पेपर से चुनाव कराने की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज, याचिकाकर्ता से कहा, 'जब हारते है, तभी खराब होती है EVM, जीतने पर नहीं
विधानसभा चुनाव के बाद बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग बढ़ने लगी है. इसके लिए एक याचिकाकर्ता ने बैलेट पेपर पर वोटिंग की याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई थी. जिसपर आज फैसला आया.
Supreme Court: विधानसभा चुनाव के बाद बैलेट पेपर पर वोटिंग की मांग बढ़ने लगी है. इसके लिए एक याचिकाकर्ता ने बैलेट पेपर पर वोटिंग की याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई थी. जिसपर आज फैसला आया.सुप्रीम कोर्ट ने बैलेट पेपर पर वोटिंग की मांग वाली जनहित याचिका खारिज कर दी.
बैलेट पेपर से चुनाव कराने की जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज करने से उन लोगों को झटका लगा है जिन्होंने आरोप लगाया था कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा रही है. इस बार याचिका में एलन मस्क के बयान का भी जिक्र किया था. ये भी पढ़े:VIDEO: ”हमें बैलेट पेपर से चुनाव चाहिए, EVM को मोदी या शाह के घर में रहने दो”, संविधान दिवस के मौके पर बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
देश में होने वाले सभी चुनावों में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई थी. यह जनहित याचिका डॉ के.एल पॉल ने लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पीबी वराले की बेंच ने याचिकाकर्ताओं से कई सवाल पूछे.
याचिकाकर्ता ने एलन मस्क के बयान का भी इस दौरान जिक्र किया. एलन मस्क ने कहा था की, 'ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. याचिकाकर्ता पॉल ने कहा, 'मैं एक सम्मेलन में लॉस एंजिलिस से लौटकर आया हूं. याचिकाकर्ता ने कहा की,' हमारे समर्थन में रिटायर्ड आईईएस, आईपीएस और जज हैं. सुनवाई के दौरान जज विक्रम नाथ ने पूछा कि आप राजनीति में क्यों आ रहे हैं? यदि आप जीतते हैं, तो आप कहते हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती है. हार जाओ तो कहते हो कि छेड़छाड़ हुई है.
दो दिन पहले एलन मस्क ने भारतीय चुनाव प्रक्रिया की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि भारत में एक दिन में 64 करोड़ वोट गिने जाते हैं. एलन मस्क के इस बयान का भी याचिकाकर्ता ने जिक्र किया .
देश में विपक्षी नेता ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद ईवीएम के 99 फीसदी मशीन चार्ज होने का मुद्दा उठा था.कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव में भी ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगा था. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, और कई बड़े नेताओं ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाएं है.