लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) ने रविवार को कहा कि अगर 24 फरवरी तक सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशें लागू नहीं की गई तो वह बीजेपी से अपने रिश्ते तोड़ सकती है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरुण राजभर (Arun Rajbhar) ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अगर बीजेपी हमारी ओर से उठाई गई मांगों से सहमत नहीं होती है तो निश्चित तौर पर हम उनसे रिश्ता तोड़ देंगे.
अगर सामाजिक न्याय समिति (Social justice committee) की सिफारिशों को 24 फरवरी तक लागू नहीं किया गया तो हमारा बीजेपी से रास्ता अलग होगा और उसके बाद हम उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘हम आवश्यकता पड़ने पर बीजेपी विरोधी गठबंधन के साथ भी जा सकते हैं. उनके साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है.’’
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राजभर ने कहा कि यह अंतिम चेतावनी है और 24 फरवरी के बाद बीजेपी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. बीजेपी ने वादा किया था. सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशें लोकसभा चुनाव के छह महीने पहले लागू कर दी जायेंगी लेकिन इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई.
सामाजिक न्याय समिति का गठन पिछले साल मई में किया गया था. समिति ने पिछड़े वर्ग को तीन वर्ग में यानी पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा में बांटने की वकालत की थी. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने छह फरवरी को कहा था कि अगले आम चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के साथ जाने का विकल्प उसके लिए खुला है.