सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती: झारखंड में 23 जनवरी को रहेगा अवकाश, सीएम हेमंत सोरेन ने की घोषणा
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 23 जनवरी को जयंती है. इस खास अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके सम्मान पर एक दिन के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की हैं.
Subhash Chandra Bose Jayanti : नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 23 जनवरी को 123वीं जयंती है. इस खास अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने उनके सम्मान पर एक दिन के लिए सार्वजनिक अवकाश (Public Holiday) की घोषणा की हैं. हालांकि इससे पहले भी प्रदेश में नेताजी की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश दी जा रही थी. जो इस बार झारखंड का सीएम बनने के बाद उन्होंने हर साल की तरफ इस साल भी एक दिन के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.
मीडिया के बातचीत में सोरेन ने कहा कि झारखंड सुभाष चंद्र बोस की कर्मभूमि भी रही है. भारत को आजादी दिलाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. इसके साथ ही कहा कि हम सबों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने आज के युवाओं और दूसरे ने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि लोगों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पद चिन्हों पर चलकर राज्य के साथ ही देश की सेवा में अपना योगदान करना चाहिए. यह भी पढ़े: Subhash Chandra Bose Jayanti 2019: देश में मनाई जा रही है नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 122वीं जयंती, जानिए इस महान देशभक्त के जीवन से जुड़ी 10 दिलचस्प बातें
बता दें कि सुभाष चंद्र बोसअपने उग्र विचारों के चलते खून के बदले आजादी देने का वादा करने वाले सुभाष चंद्र बोस का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा है. 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में एक संपन्न बांग्ला परिवार में जन्मे सुभाष अपने देश के लिए हर हाल में आजादी चाहते . उन्होंने अपना पूरा जीवन देश के नाम कर दिया और अंतिम सांस तक देश की आजादी के लिए संघर्ष करते रहे. ‘नेताजी’ लड़ मरकर हर कीमत पर मां भारती को आजादी की बेड़ियों से मुक्त कराने को आतुर उग्र विचारधारा वाले देश के युवा वर्ग का चेहरा माने जाते थे. (इनपुट भाषा)