SpiceJet Crisis: विमानन कंपनी स्पाइसजेट पर एक बार फिर वित्तीय संकट मंडरा रहा है. दरअसल, एयरलाइन ने बताया है कि उसने अप्रैल 2020 से अगस्त 2023 के बीच अपने कर्मचारियों के वेतन से काटे गए करीब 220 करोड़ रुपये के टीडीएस का भुगतान कर अधिकारियों को नहीं किया है. इसके अलावा कर्मचारियों के 135.3 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोविडेंट फंड (PF) का भी भुगतान नहीं किया गया है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में दाखिल एयरलाइन के प्रारंभिक प्लेसमेंट दस्तावेज (PPD) में स्पाइसजेट ने कहा कि वित्त वर्ष 2009-10 से 2013-14 के लिए करीब 72 करोड़ रुपये का टीडीएस विवादित है. इसमें सीमा शुल्क, सेवा कर और जीएसटी में बकाया की काफी राशि को भी "विवादित" के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
स्पाइसजेट ने कहा कि हमारी खराब वित्तीय स्थिति के कारण हमने बकाया जमा करने में देरी की है. इन बकाए में टीडीएस और टीडीएस रिटर्न समय पर दाखिल करना, कर्मचारियों को ग्रेच्युटी बकाया, प्रोविडेंट फंड और जीएसटी और रिटर्न दाखिल न करना शामिल है.
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पीपीडी में स्पाइसजेट ने आगे कहा, "हमारे वित्तीय तनाव के कारण, हमने अपने कई विमान पट्टे समझौतों के तहत कथित रूप से चूक की है, जिसके कारण हमारे बेड़े के एक बड़े हिस्से को जमीन पर खड़ा होना पड़ा है. इस तरह की कथित चूक के कारण हमारे विमान पट्टेदारों और अन्य विक्रेताओं द्वारा हमारे खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई है, जिसमें दिवालियापन और दिवालियापन संहिता, 2016 के तहत कार्यवाही, बैंक गारंटी लागू करना, उचित सुरक्षा जमा लागू करना या हमारे विमान को वापस लेना शामिल है, जिसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. हमारे व्यवसाय, वित्तीय स्थिति और संचालन के भविष्य के परिणामों पर असर पड़ा."