बेंगलुरु, 8 जनवरी: कर्नाटक (Karnataka) के प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी. सी. नागेश (BC Nagesh) शनिवार को उन विद्यार्थियों का बचाव करते नजर आए, जिन्होंने मुस्लिम छात्राओं के कक्षा में हिजाब (Muslim Girl Student Wearing Hijabs) पहनकर आने के विरोध में हाल में चिकमंगलूर जिले के एक कॉलेज में भगवा रंग का स्कार्फ (Students Wear Saffron Scarves) पहना था. मंत्री ने इसे घटना की प्रतिक्रिया करार दिया है. चुनाव के ऐलान से ठीक पहले हटाए गए पंजाब के DGP, वीके भावरा बनें नए डीजीपी
चिकमंगलूर (Chikmagalur) जिले के कोपा तालुका के बालागाडी राजकीय डिग्री कॉलेज के प्रबंधन ने शुरुआत में भगवा रंग के स्कार्फ (Saffron Scarves) और हिजाब दोनों पर ही रोक लगा दी थी, लेकिन बाद में इसे दस जनवरी तक के लिए मंजूरी दे दी. मामले पर ‘सुधार समिति’ कोई निर्णय लेगी. शिक्षा मंत्री ने अपने एक वीडियो संदेश में आश्चर्य जताया कि मुस्लिम छात्राएं किस लिए कक्षा में हिजाब पहन कर आईं.
उन्होंने कहा, ‘‘अब प्रतिक्रिया के तौर पर कुछ छात्र भगवा रंग का स्कार्फ पहनकर आ रहे हैं. ये उनकी प्रतिक्रिया है. आप जानते ही हैं कि जब कोई क्रिया होती है तो उसकी प्रतिक्रिया भी होती है.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ संगठन ‘‘भेद’’ पैदा करना चाहते हैं और उसका लाभ उठाना चाहते हैं.
उडुपी में सरकारी पूर्व-विश्वविद्यालय कॉलेज में छह मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने के कारण एक जनवरी से कक्षाओं में आने पर रोक लगा दी गई थी क्योंकि ये परिधान कॉलेज के नियमों के अनुकूल नहीं था. ‘कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया’ और ‘गर्ल्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया’ ने कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अब्दुल अजीम से मामले की शिकायत की थी. इसके चार दिन बाद कॉलेज की सुधार समिति की बैठक में मामला सुलझा लिया गया.
बैठक में तय किया गया कि किसी को भी हिजाब पहनकर कक्षा में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
अजीम ने ‘पीटीआई-’ से कहा कि उडुपी में मामला सुलझा लिया गया है. उन्होंने कहा कि कॉलेज की समिति ने यह निर्णय लिया कि लड़कियां हिजाब पहनकर कॉलेज में आ सकती हैं, लेकिन वे उन्हें पहनकर कक्षा में शामिल नहीं हो सकतीं.
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