लोकपाल बिल: अन्ना हजारे बुधवार से शुरू करेंगे अनशन, मोदी सरकार की बढ़ सकती है मुश्किलें
मुंबई: लोकपाल बिल (Lokpal bill) को लागू करने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare) बुधवार (Wednesday) से एक बार फिर आंदोलन करने जा रहे हैं. वे इस बार सरकार के खिलाफ करने जा रहे अपने इस अनशन को दिल्ली में नहीं बल्कि महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगण सिद्धि (Ralegan Siddhi) में करने जा रहे है. उनका यह अनशन सुबह 10 बजे से शुरू होगा.
अन्ना हजारे अपने इस अनशन को लेकर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि उनका यह अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के विरुद्ध में नहीं है. समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, उसी प्रकार का ये उनका आंदोलन है. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकपाल कानून बनकर 5 साल हो गए और नरेंद्र मोदी सरकार पांच साल बाद बार-बार बहानेबाजी करती है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार के दिल में अगर होता तो क्या 5 साल लगना जरूरी था? यह भी पढ़े: चुनाव से पहले सरकार की बढ़ सकती है मुश्किलें, अन्ना हजारे लोकपाल बिल की मांग को लेकर 30 जनवरी से करेंगे भूख हड़ताल
बता दें कि 2011-12 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली के रामलीला मैदान पर तत्कालीन UPA सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन हुआ था. ऐसा कहा जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के हार के प्रमुख कारणों में अन्ना हजारे का आन्दोलन भी एक रहा है. जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं लोकपाल बिल लागू करने को लेकर अन्ना हजारे जिस तरफ से मोदी सरकार के खिलाफ धमकी दे रहे है. उनके इस धमकी को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यदि जल्द से जल्द लोकपाल बिल लागू नहीं किया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है.