बेंगलुरु: कर्नाटक के तुमकुरू स्थित सिद्धगंगा मठ के महंत श्री शिवकुमार स्वामी का निधन हो गया हैं. वे पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. वे 111 साल के थे. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. उनका इलाज मठ में ही चल रहा था और उनकी देखभाल करने के लिए बेंगलुरु से डोक्टरों की टीम लगातार जा रही थी. बता दें कि कर्नाटक कि सियासत में सिद्धगंगा मठ का दबदबा हमेशा से रहा है. सूबे के बड़े सियासी नेता हमेशा श्री शिवकुमार स्वामी से मिलने मठ जाते थे.
बहरहाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने महंत श्री शिवकुमार स्वामी के निधन की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सुबह 11.44 बजे स्वामी जी का निधन हुआ. उनका अंतिम संस्कार मंगलवार शाम 4.30 बजे होगा. वहीं, राज्य सरकार ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों को 1 दिन की छुट्टी दी हैं. सूबे में 3 दिनों का शोक घोषित किया गया है.
Karnataka CM HD Kumaraswamy: State government declares a three-day state mourning and one day holiday for all schools, colleges and government offices on the demise of Siddaganga Math seer Sri Shivakumara Swamiji. pic.twitter.com/EHWrUtWDaW
— ANI (@ANI) January 21, 2019
ख़बरों के अनुसार पिछले महीने चेन्नई के एक निजी अस्पताल में स्वामी जी के पित्ताशय और यकृत की बाईपास सर्जरी की गई थी. बाद में उनको बेंगलुरु लाया गया था. वहां से उन्हें तुमकुरु के सिद्धगंगा मठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कौन हैं श्री शिवकुमार स्वामी:
कर्नाटक की सियासत में लिंगायत समाज का दबदबा रहा हैं. लिंगायत समुदाय की संख्या 18 फीसदी है. इस समुदाय का मुख्य मठ सिद्धगंगा है जो बेंगलूरू से लगभग 80 किलोमीटर दूर हैं. शिवकुमार स्वामी इस मठ के प्रमुख थे. राज्य में इनके मठों की संख्या 400 से ज्यादा है.
पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा, बीजेपी नेता जगदीश शेट्टार के बाद वर्तमान सीएम एचडी कुमारस्वामी ने भी सिद्धगंगा मठ के प्रमुख डॉ. शिवकुमार स्वामी को भारत रत्न देने की मांग कर चुके हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी उनसे मिलने पहुंचे थे.