घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को सेंसेक्स 277 अंक ऊपर, निफ्टी में 73 अंकों की तेजी देखी गई
घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को घरेलू और विदेशी कारकों से प्रमुख शेयर संवेदी सूचकांकों में भारी उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा। हालांकि मध्याह्न् से पहले के कारोबार के दौरान सेंसेक्स तकबरीन 277 अंक ऊपर बना हुआ था और निफ्टी भी करीब 73 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था
मुंबई: घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को घरेलू और विदेशी कारकों से प्रमुख शेयर संवेदी सूचकांकों में भारी उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा। हालांकि मध्याह्न् से पहले के कारोबार के दौरान सेंसेक्स तकबरीन 277 अंक ऊपर बना हुआ था और निफ्टी भी करीब 73 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। सरकार द्वारा सरचार्ज वापस लेने की घोषणा समेत आर्थिक सुधार के कई कदम उठाए जाने से शेयर बाजार जबरदस्त उछाल के साथ खुला लेकिन अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव गहराने के कारण वैश्विक बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों से जल्द ही गिरावट आ गई. खासतौर से सरचार्ज हटने से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों को राहत मिली जिससे घरेलू शेयर बाजार में वापस तेजी का रुख बना हुआ था.
पूर्वाह्न् 11.46 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से 276.59 अंकों यानी 0.75 फीसदी की तेजी के साथ 36,977.75 पर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी 72.70 अंकों यानी 0.67 फीसदी की तेजी के साथ 10,902.05 पर कारोबार कर रहा था। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह नौ बजे 662.79 अंकों के उछाल के साथ 37,363.95 पर खुला। हालांकि इसके बाद जल्द ही सेंसेक्स फिसलकर 36,492.65 पर आ गया, लेकिन बाद में तेजी का रुख देखने को मिला. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी 170.95 अंकों की तेजी के साथ 11,000.30 पर खुलने के बाद फिसलकर 10,756.66 पर आ गया। हालांकि बाद में सूचकांक में तेजी का रुख रहा. यह भी पढ़े: भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख जारी, बढ़ सकते हैं कच्चे तेल के दाम
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने दीर्घावधि और अल्पावधि पूंजीगत लाभ अर्थात कैपिटल गेंस पर सरचार्ज में की गई वृद्धि शुक्रवार को वापस लेने की घोषणा की। साथ ही, वित्तमंत्री ने बैंकों की पूंजी बढ़ाने के लिए बैंकों को तत्काल 70,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी प्रदान करने का एलान किया। वित्तमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और आर्थिक विकास को रफ्तार देने के मकसद से सुधार के कई अन्य उपायों की भी घोषणाएं की जिससे आने वाले दिनों में उद्योग और व्यापार को नई उर्जा मिल सकती है.