शहीद बीएसएफ के जवान का शव पहुंचा पैतृक गांव, लोगों की आँखें हुई नम
जम्मू एवं कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन में शहीद हुए बीएसएफ के जवान का शव सोमवार को उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया.
लखनऊ: जम्मू एवं कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन में शहीद हुए सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के जवान का शव सोमवार को उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया. जम्मू एवं कश्मीर के अखनूर सेक्टर में 33वीं बटालियन में एडिशनल सबइंस्पेक्टर के पद पर तैनात सत्यनारायण यादव के शव के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोगों की भीड़ जुटी.
रविवार को परगवाल सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा गोलीबारी में नारायण यादव शहीद हो गए थे. पाकिस्तानी रेंजर्स ने बीएसएफ की चौकियों और रिहायशी इलाकों को अपना निशाना बनाया. इस फायरिंग में सेना के दो जवान विजय कुमार पांडेय और एएसआई सत्यनारायण यादव शहीद हो गए. इन्ही दो जवानों में से एक ऐसा भी जवान था. जिसकी शादी 20 जून को होने वाली थी.
सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शहीद के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है.
वहीं, सत्यनारायण यादव की मौत की खबर सुनकर उनक एक रिश्तेदार की हृदयघात से मौत हो गई.