सबरीमाला विवाद: अब तक राज्यभर में हुई 3000 लोगों की गिरफ्तारी, प्रदर्शन और हिंसा के 529 मामले दर्ज
प्रतीकात्मक तस्वीर (फाइल फोटो )

तिरुवनंतपुरम: केरल के सबरीमाला मंदिर में उच्चतम न्यायालय ने महिलाओं को जाने की इजाजत भले ही दे ही हो, लेकिन इसका विरोध लगातार जारी है और इस पर हो रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. ताजा खबरों के मुताबिक, सबरीमाला आंदोलन में हिस्सा लेने वाले प्रदर्शनकारियों पर अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए केरल पुलिस ने पूरे राज्य से अब तक 3000 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन और हिंसा के अब तक कुल 529 मामले दर्ज किए गए हैं.

इस मामले में पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के क्रियान्वयन के विरुद्ध प्रदर्शन और हिंसा के सिलसिले में दर्ज किये गये 529 मामलों में 3505 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने सभी उम्र वर्ग की महिलाओं को भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी है. 

उधर, अयप्पा श्रद्धालुओं पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए केरल बीजेपी ने कहा है कि वह मंगलवार को पुलिस महानिदेशक के कार्यालय के बाहर एक दिन का उपवास रखेगी. पार्टी अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लै ने कहा कि यह आंदोलन श्रद्धालुओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की कोशिश के खिलाफ है. यह भी पढ़ें: सबरीमाला विवाद: महिलाओं के प्रवेश का समर्थन करने वाले पुजारी के आश्रम पर हमला, जांच पड़ताल शुरू

गौरतलब है कि पिल्लै इस हड़ताल की अगुवाई करेंगे. वहीं भगवा दल ने श्रद्धालुओं के आंदोलन के प्रति पूर्ण समर्थन व्यक्त किया है और सबरीमला मंदिर की रिवाजों और परंपराओं को बचाकर रखने के लिए रथयात्रा की योजना बनायी है.