नई दिल्ली: भारत (India) ने युद्ध प्रभावित पूर्वी यूरोपीय देश (European Countries) से फंसे नागरिकों को निकालने के लिए पोलैंड (Poland), रोमानिया (Romania), हंगरी (Hungary) और स्लोवाकिया (Slovakia) से लगी यूक्रेन (Ukraine) की सीमाओं पर शिविर स्थापित किए हैं. रूस (Russia) द्वारा गुरुवार को देश में एक सैन्य अभियान शुरू करने के बाद यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था. इसके बाद कीव (Kyiv) में भारतीय दूतावास ( Embassy of India) ने भारतीय नागरिकों से सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर बढ़ना शुरू करने को कहा है, ताकि उन्हें सुरक्षित निकाला जा सके. Russia-Ukraine War: भारतीय छात्रों का पहला जत्था चेर्नित्सि से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना
दूतावास ने दो परामर्श (एडवाइजरी) जारी कर भारतीय नागरिकों से देश की पश्चिमी सीमा चौकियों की ओर बढ़ना शुरू करने का आग्रह किया है.
पहली एडवाइजरी में, दूतावास ने कहा, "पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर सार्वजनिक वाहन, यानी बस या टैक्सी से पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे क्राकोविएक क्रॉसिंग के बजाय शेहिनी-मेड्यका बॉर्डर क्रॉसिंग का उपयोग करें."
दूतावास ने कहा कि पोलिश सरकार लोगों को केवल शेहिनी-मेड्यका सीमा बिंदु के माध्यम से पैदल सीमा पार करने की अनुमति दे रही है. क्राकोविएक क्रॉसिंग केवल अपने स्वयं के वाहनों में यात्रा करने वाले व्यक्तियों के लिए है. दूतावास ने पोलैंड के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों की एक सूची भी दी और बताया कि पंकज गर्ग (प्लस48660460815) शेहनी-मेड्यका सीमा पार पर तैनात हैं.
क्राकोविएक क्रॉसिंग पर दूतावास कार्यालय का नेतृत्व शुभम कुमार (प्लस 48881551271) कर रहे हैं. ल्विव में संपर्क कार्यालय चालू है और इसका प्रबंधन मीरा बेरेजोव्स्का (प्लस 380679335064) और विवेक कुमार (प्लस 48881551273, शुक्रवार की देर रात से) द्वारा किया जा रहा है.
इडवाइजरी में आगे कहा गया है, "पोलैंड में प्रवेश करने वाले भारतीय कृपया प्रत्यावर्तन उड़ानों में सीटों के लिए अपने अनुरोधों को संसाधित करके अपना विवरण दर्ज कर सकते हैं, जिसे शीघ्र ही व्यवस्थित किया जाएगा."
बताया गया है कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए विदेश मंत्रालय की टीमों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में यूक्रेन के साथ लगती सीमाओं पर भेजा जा रहा है. इसके तहत कई अधिकारी यूक्रेन के पड़ोसी देशों की सीमाओं पर पहुंच गए हैं और कुछ पहुंचने वाले हैं.
दूसरी एडवाइजरी में दूतावास ने कहा कि वह रोमानिया और हंगरी से निकासी मार्ग स्थापित करने के लिए काम कर रहा है. दूतावास ने कहा, "वर्तमान में, उजहोरोड पोरबने-साइरेट के पास चोप-जाहोनी हंगेरियन सीमा और चेर्नित्सि के पास रोमानियाई सीमा पर टीमें पहुंच रही हैं."
भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से छात्रों, जो उपरोक्त सीमा चौकियों के सबसे करीब रहते हैं, को सलाह दी गई है कि वे इस विकल्प को साकार करने के लिए विदेश मंत्रालय की टीमों के समन्वय से पहले एक संगठित तरीके से प्रस्थान करें.
दूतावास ने कहा, "उपरोक्त मार्गों के चालू होने के बाद, परिवहन के लिए अपनी व्यवस्था से यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को सलाह दी जा रही कि वे उपरोक्त सीमा चौकियों पर आगे बढ़ें और सीमा के माध्यम से सुविधा के लिए संबंधित चेक-पॉइंट पर स्थापित हेल्पलाइन नंबरों के संपर्क में रहें."
छात्रों को व्यवस्थित आवाजाही के लिए छात्र ठेकेदारों (स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर) के संपर्क में रहने की सलाह दी गई है.