Rujira Banerjee Moves SC: रुजिरा बनर्जी ने विदेश यात्रा के लिए सुप्रीम कोर्ट में डाली याचिका

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला बनर्जी ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर जानबूझकर और अनावश्यक रूप से उनकी विदेश यात्रा में बाधा पैदा करने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है

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कोलकाता, 6 जुलाई: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला बनर्जी ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर जानबूझकर और अनावश्यक रूप से उनकी विदेश यात्रा में बाधा पैदा करने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है सूत्रों ने बताया कि यह मामला अगले सप्ताह शीर्ष अदालत में सुनवाई के लिए आ सकता है. यह भी पढ़े: TMC नेता मुकुल रॉय फिर BJP में होंगे शामिल, कहा- मैं हमेशा भाजपा के साथ था

याचिका में उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल में कोयला मामले की जांच पिछले कुछ समय से चल रही है लेकिन ईडी ने पहले कभी भी उनकी विदेश यात्रा पर आपत्ति नहीं जताई लेकिन 5 जून को उन्हें दुबई जाने वाली उड़ान में चढ़ने से पहले कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोक दिया गयाआव्रजन विभाग द्वारा उन्हें सूचित किया गया कि ईडी ने उनके खिलाफ "लुकआउट नोटिस" जारी किया है, इसलिए उनको रोका गया है.

उसी दिन, उन्हें पश्चिम बंगाल में कोयला मामले के संबंध में पूछताछ के लिए केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए ईडी द्वारा नोटिस दिया गयाआख़िरकार, 8 जून को वह कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में ईडी के साल्ट लेक दफ्तर में उपस्थित हुईं और लगभग चार घंटे तक पूछताछ का सामना किया उसी समय तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें हवाई अड्डे पर रोके जाने की घटना को केंद्र सरकार और भाजपा की ओर से राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित कार्रवाई बताया था.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटनाक्रम को ईडी की ओर से अमानवीय कृत्य बताते हुए कहा कि वह अपनी बीमार मां से मिलने के लिए विदेश जा रही थीं “सुप्रीम कोर्ट ने उनके विदेशी दौरों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है शीर्ष अदालत ने उनसे देश से बाहर जाने से पहले केवल एक बार ईडी को सूचित करने को कहा था और उन्होंने ईडी को दौरे के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी मुख्यमंत्री ने कहा था, "ईडी के अधिकारी उन्हें विदेश यात्रा नहीं करने के लिए कह सकते थे लेकिन ऐसा करने के बजाय, उन्हें फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया गया और उसी दिन नोटिस भी जारी कर दिया गया। यह एक अमानवीय कृत्य है.

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