नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस पर देश के 14 वीर सपूतों को शौर्य चक्र दिया जाएगा. केंद्र सरकार ने गढ़वाल राइफल्स के मेजर आदित्य कुमार और सेना के जवान औरंगजेब को मरणोपरांत देश के सबसे बड़े सैन्य सम्मानों में एक 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया है.
आतंकवादियों ने इस साल 14 जून को राष्ट्रीय राइफल्स के औरंगजेब खान को अगवा कर लिया था और उनकी हत्या कर दी थी. औरंगज़ेब के सिर और गर्दन पर गोलियों को निशान मिले थे. गौरतलब है कि आतंकियों ने उनका अपहरण उस कर लिया था जब वह ईद की छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे. शहीद औरंगज़ेब 4 जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंटरी की 44 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे.
वहीं मेजर आदित्य जम्मू कश्मीर के शोपियां में विरोध प्रदर्शन कर रहे पत्थरबाजों पर फायरिंग के बाद खबरों में आए थे. शोपियां जिले में पथराव करने वाली भीड़ को सेना द्वारा तितर-बितर करने के दौरान तीन लोगों की मौत के बाद प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शीर्ष अदालत ने पुलिस को 5 मार्च को मामले में जांच करने से रोक दिया था.
केंद्र सरकार ने इससे पहले तर्क दिया था कि सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) के धारा 7 के तहत राज्य सरकार कि तंग इलाके में सेवा दे रहे सेनाकर्मियों के महज शिकायत पर मामला नहीं दर्ज कर सकती है. इसके लिए केंद्र की अनुमति लेना जरूरी है.
शौर्य चक्र युद्ध के मैदान में दुश्मन का सामना करते हुए वीरता का प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित किया जाता है. यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जा सकता है. सेना, नौसेना, वायुसेना के साथ-साथ रिज़र्व बल, प्रादेशिक सेना, रक्षक योद्धा अथवा विधि दवारा स्थापित किसी भी सशस्त्र बल के सभी रैंकों के पुरुष या महिला सैनिक व अधिकारी को शौर्य चक्र दिया जाता है.