मुंबई: कोरोना महामारी के चलते महाराष्ट्र में लॉकडाउन घोषित होने के बाद से ही राज्य के सभी धार्मिक स्थल बंद थे. जिन्हें खोलने को लेकर आम लोगों के साथ विपक्ष मांग कर रहा था. लेकिन महाराष्ट्र कोरोना का हवाला देते हुए अब तक धार्मिक स्थल खोलने को लेकर फैसला नहीं लिया था. सरकार की तरफ से पिछले हफ्ते यह जरूर कहा गया था कि दिवाली बाद राज्य में धार्मिक स्थल खोलने पर विचार चल रहा है. महाराष्ट सरकार (Maharashtra Govt) की तरफ से धार्मिक स्थल खोलने को लेकर ही खबर है कि सरकार की तरफ से राज्य में 16 नंवबर यानी सोमवार से सभी धार्मिक स्थल खोलने की इजाजत दे दी गई हैं.
राज्य के सभी धर्मिल स्थल (Religious place) खोलने को लेकर शनिवार को महाराष्ट्र सरकार की तरफ से एक आदेश जारी हुई है. सरकार के आदेश के अनुसार सभी धार्मिक स्थलों को दो दिन बाद यानी सोमवार से खोलने के लिए इजाजत मिली हैं. लेकिन लोगों को मास्क पहनने के साथ ही कोविड-19 के सभी नियम का पालन करना पड़ेगा. यह भी पढ़े: Maharashtra: लॉकडाउन के कारण बंद धार्मिक स्थल दीवाली के बाद खुलने की संभावना-मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में 16 नवंबर से खुलेंगे धार्मिक स्थल:
All religious places in the state to re-open for devotees from Monday, 16th November. Wearing the mask will be compulsory, all COVID norms will have to be followed: Government of Maharashtra pic.twitter.com/iT4IwDVz0C
— ANI (@ANI) November 14, 2020
बता दें कि महराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत महराष्ट्र सरकार द्वारा नही दिए जाने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे को काफी आलोचानाओं का शिकार होना पड़ा था. बीजेपी जहां राज्य में इस बात का हवाला देते हुए सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रही थी कि महराष्ट्र में शराब की शॉप खोलने की इजाजत दी गई है. लेकिन सरकार धार्मिक स्थल को नहीं खोल रही है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भी राज्य में धार्मिक स्थल नहीं खोलने पर उद्धव ठाकरे के हिन्दुत्व पर सवाल उठाया था. हालांकि शिवसेना की तरफ से राज्यपाल का नाम ना लेते हुए जवाब दिया गया कोई उन्हें हिन्दुत्व क्या हैं यह ना सीखाएं.