PMC की तरह शिवाजीराव भोसले बैंक पर भी RBI लगा चुका है प्रतिबंध, चार महीने बीतने पर भी कोई फैसला न लेने से खाताधारक हुए परेशान
पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक की तरह ही पुणे के शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक लिमिटेड पर लगे प्रतिबंध लगाया है. आरबीआई की ओर से 6 मई को जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, शिवाजीराव भोसले बैंक पर 4 मई 2019 से प्रतिबंध लागू किया गया है. करीब 4 महीने बाद भी आरबीआई ने अभी तक इस बैंक को लेकर कोई फैसला नहीं किया है, जिसके चलते हजारों खाताधारक खासा परेशान हो गए हैं.
पुणे: पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक (PMC) की तरह ही पुणे के शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक लिमिटेड (Shivajirao Bhosale Bank Ltd.) पर लगे प्रतिबंध से खाताधारक (Account Holders) खासा परेशान नजर आ रहे हैं. बता दें कि पीएमसी की तर्ज पर आरबीआई ने मई महीने में ही इस बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया था. आरबीआई (Reserve Bank of India) की ओर से 6 मई को जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, शिवाजीराव भोसले बैंक पर 4 मई 2019 से प्रतिबंध लागू किया गया है. करीब 4 महीने बाद भी आरबीआई ने अभी तक इस बैंक को लेकर कोई फैसला नहीं किया है, जिसके चलते इस बैंक में अपनी जमांपूजी रखने वाले खाताधारक खासा परेशान हो गए हैं.
बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 की उपधारा (1) के सेक्शन 35ए के तहत ही आरबीआई ने इस बैंक पर प्रतिबंध लगाए हैं. इन प्रतिबंधों को लागू करने के साथ ही आरबीआई ने बैंक के खाताधारकों को सिर्फ एक हजार रुपए निकालने की छूट दी थी. इसके साथ ही अगले आदेश के आने तक आरबीआई ने बैंक से किसी भी तरह की निकासी, जमा, लोन, निवेश या दूसरे किसी भी तरह के भुगतान पर रोक लगा दी थी.
बताया जाता है कि बीते एक अक्टूबर को इस बैंक के करीब 250 खाताधारकों ने पुणे में शिवाजीनगर शाखा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया था. कई खाताधारकों के इस बैंक में लाखों रुपए जमा हैं, लेकिन वो निकाल नहीं पा रहे हैं. ऐसे में उनका कहना है कि अगर पैसे नहीं मिलेंगे तो वो त्योहार कैसे मना पाएंगे. खाताधारकों द्वारा बैंक के बाहर धरना दिए जाने के बाद बैंक के डायरेक्टर अनिल भोसले ने उन्हें आगामी 25 अक्टूबर से रुपए वापसी का भरोसा दिया है. यह भी पढ़ें: PMC Bank Crisis: सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की पीएमसी बैंक होल्डरों से मुलाकात
गौरतलब है कि प्रतिबंध लगाए जाने के चार महीने बाद भी आरबीआई ने अब तक शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है. ऐसे में हजारों खाताधारक काफी समय से अपनी जमापूजी वापस पाने का इंतजार कर रहे हैं. ये लोग समय-समय पर बैंक के बाहर प्रदर्शन करते हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है.