राजस्थान में खूनी खेल, दो पक्षों के बीच झगड़े को लेकर चली तड़ातड़ गोलियां, पिता-पुत्र की मौत
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

राजस्थान के भारतपुर (Bharatpur) में रविवार को दो पक्ष में हुए मामूली विवाद के बाद दोनों पक्षों में जमकर गोलियां (Firing) चली. इस झगड़े में गोलियां लगने से 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. और एक अन्य घायल हो गया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन - फानन में घटना स्थल पहुंची पुलिस घायलों को जिला अस्पताल में ले गई. लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया. दम तोड़ने वाले दोनों पिता और पुत्र हैं. वहीं इस घटना के बाद पूरे भरतपुर में सनसनी फैली हैं. गोलीकांड के बाद घटना स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

फायरिंग की वारदात भरतपुर शहर की सुभाष नगर कॉलोनी (Subhash Nagar Colony) में हुई. पुलिस के अनुसार कॉलोनी में रहने वाले दो पड़ोसियों के बीच शनिवार रात को शराब के नशे में झगड़ा हो गया था. दोनों पक्षों के बीच झगड़ा बढ़ने के बाद दोनों तरफ से हवाई फायरिंग भी हुई. लेकिन उस समय लोगों ने दोनों पक्ष के लोगों को किसी तरफ से शांत करवाया. लेकिन अगली सुबह रविवार को दोनों पक्ष फिर से भिड़ गए. इसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर फायरिंग कर दी. फायरिंग में एक पक्ष के पिता-पुत्र की मौत हो गई. जबकि दूसरे पक्ष लोग घायल हो गये. यह भी पढ़े: Video: कोटा सब्जी मंडी में बदमाशों ने व्यापारी पर की अंधाधुंध फायरिंग, वीडियो देख दहल जाएगा दिल

बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच राजीनामा कराने की बात को लेकर सुरेंद्र के घर अन्य लोगों के साथ लक्ष्मण और उसका बड़ा भाई दिलावर पहुंचे थे. इसी दौरान लक्ष्मण पक्ष के लोगों ने सुरेंद्र और उसके बेटे सचिन पर ताबड़तोड़ फायर कर दिए. फायरिंग में सुरेंद्र और उसका बेटा बुरी तरह से घायल हो गए. जिसके तुरंत बाद सुरेन्द्र और सचिन को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया. इस दौरान फायरिंग करने वाले पक्ष के दिलावर के पैर में भी गोली लगी है.

वहीं घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और रेंज आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा मौके पर पहुंचे. फिलहाल पुलिस ने मामले में पूछताछ के लिए तीन लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं मौके पर तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. ताकि बदले की भावना में फिर से कोई घटना ना घटित हो पाए.