Rahul Gandhi To BJP: अयोग्यता मुझे भाजपा का दिया हुआ सबसे बड़ा तोहफा है- राहुल गांधी
अदालत के एक फैसले पर अयोग्य ठहराए जाने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र के पहले दौरे पर उन्हें सम्मानित करने के लिए कलपेट्टा में बुलाई गई एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही.
तिरुवनंतपुरम, 11 अप्रैल: वायनाड से लोकसभा के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा ने अयोग्य ठहराकर उन्हें सबसे बड़ा तोहफा दिया है. अदालत के एक फैसले पर अयोग्य ठहराए जाने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र के पहले दौरे पर उन्हें सम्मानित करने के लिए कलपेट्टा में बुलाई गई एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही. यह भी पढ़ें: Kapil Sibal on Eknath Shinde : सिब्बल ने शिंदे पर साधा निशाना ‘‘पीठ में छुरा घोंपने वाले’’ बाला साहेब की विरासत आगे नहीं बढ़ा सकते
राहुल ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, "मेरी अयोग्यता का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि वायनाड के साथ मेरा रिश्ता जीवन भर चलने वाला है. यह अयोग्यता आप सभी के साथ मेरे रिश्ते को और गहरा करेगी. यह रिश्ता एक परिवार जैसा है, क्योंकि मैं एक भाई हूं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपसे दूर कभी नहीं जाऊंगा."
राहुल अपनी बहन प्रियंका के साथ दिन में कन्नूर पहुंचे और बाद में एक हेलीकॉप्टर से उन्होंने कालपेट्टा के लिए उड़ान भरी. हेलीपैड से लेकर सभा स्थल तक हजारों की संख्या में लोग उनकी एक झलक पाने के लिए जमा थे, क्योंकि उन्हें एक खुले वाहन में ले जाया गया. यह दूरी तय करने में 30 मिनट लगे. राहुल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केवल गौतम अडानी के साथ उनके रिश्ते के बारे में पूछा था.
उन्होंने कहा, "उसके बाद संसद में हम सभी ने पहली बार देखा कि सरकार खुद सत्र को सुचारु रूप से आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रही है." राहुल ने कहा, "यह अयोग्यता भाजपा का मुझे दिया हुआ सबसे बड़ा उपहार है, क्योंकि मुझे नहीं पता था कि मैं जो कर रहा था, वह सही था या नहीं. लेकिन भाजपा को हर समय मुझ पर हमला करते देखने के बाद मुझे पता चल गया कि मैं सही काम कर रहा हूं. मैं यह काम बंद करने नहीं जा रहा हूं. मैं सवाल पूछना जारी रखूंगा."
उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि यहां सभी मेरा समर्थन कर रहे हैं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं हमेशा आपका समर्थन करूंगा, भले ही मैं सांसद रहूं या नहीं. यह दो दृष्टियों के बीच की लड़ाई है, क्योंकि भाजपा के पास एक अलग दृष्टि है और हमारे पास उससे अलग दृष्टि है. हम सभी जानते हैं कि हम सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने भले ही मेरा घर, मेरे सांसद का पद ले लिया और मुझे जेल में भी डाल सकते हैं, लेकिन वे मुझे आपका प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकते."
उन्होंने कहा, "मैं उस घर में खुश नहीं था जहां मैं रहता था, जिसे उन्होंने मुझसे छीन लिया, क्योंकि मुझे पता है कि वायनाड में बहुत सारे लोग हैं, जिन्होंने बाढ़ के दौरान अपने घर खो दिए. मैं वायनाड के मुद्दों को उठाता रहूंगा." राहुल गांधी के बोलने से पहले प्रियंका ने कहा कि उनके भाई एक ईमानदार व्यक्ति हैं.
प्रियंका ने कहा, "मैं हाल ही में उनके सामान पैक करने में मदद करने के लिए उनके घर गई थी, क्योंकि उन्हें बाहर जाना था. वहां बैठकर मुझे लगा कि यहां उनका कोई नहीं है, कोई परिवार नहीं है."उन्होंने कहा, "मेरा भाई एक ईमानदार और बहादुर व्यक्ति है और उसे चुप नहीं कराया जा सकता. वह एक ऐसा व्यक्ति है जो लोगों के दर्द को समझता है." चश्मदीदों ने कहा कि वायनाड में सबसे बड़ी भीड़ देखी गई. इस भीड़ ने उस भीड़ को भी मात दे दी, जिस दिन राहुल पहली बार 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के लिए केरल के इस पहाड़ी जिले में आए थे. राहुल गांधी ने वायनाड सीट पर चार लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.