राफेल की लैंडिंग से पहले अंबाला एयरफोर्स बेस के पास धारा 144 लागू, Rafale 29 जुलाई को पहुंचेगा भारत
फाइटर प्लेन राफेल ( फोटो क्रेडिट- ANI )

चीन से तनाव के बीच 29 जुलाई को 5 राफेल विमानों (Rafale Fighter Aircraft) की पहली खेप भारत पहुंच जाएगी. दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों और सेमी स्‍टील्‍थ तकनीक से लैस राफेल विमान पलक झपकते ही दुश्मन को जमीदोज कर देंगे. वहीं राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से देश की सामरिक ताकत और भी बढ़ जाएगा. घातक बमों से लैस भारतीय वायुसेना के सबसे घातक फाइटर जेट राफेल बुधवार को अंबाला एयरबेस (Ambala Air Force Station) पर पहुंचेगा. जिसका इंतजार पूरा भारत बेसब्री से कर रहा है. वहीं इस दौरान किसी प्रकार की कोई खलल न हो, इसका भी इंतजाम अंबाला एयरबेस के आसपास किया जा रहा है. अंबाला एयरबेस के करीब के इलाकों को हाई अलर्ट रखा गया है.

अंबाला के डीएसपी ट्रैफिक मुनीश सहगल ने बताया कि अंबाला के एयरफोर्स बेस और उसके आसपास के क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गयी है. इस दौरान छत पर से फाइटर प्लेन राफेल की लैंडिंग की फोटो या वीडियो बनाने की अनुमति नहीं दी गई है. ऐसा करने पर कार्रवाई की जा सकती है. चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच राफेल का भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होना कई मायनों में खास है. राफेल फाइटर प्लेन के मिलने के बाद भारत अब और भी ताकतवर बन जाएगा. इसके साथ चीन और पाकिस्तान के लिए यह के चेतावनी भी होगा कि उनकी किसी भी नापाक चाल का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत तैयार है.

बता दें कि राफेल लड़ाकू विमानों ने सोमवार को फ्रांस के बोडरे में मेरिनैक एयरबेस से भारत के लिए उड़ान भरी है. राफेल लड़ाकू विमान मेटेओर, स्कैल्प और मिका जैसे विजुअल रेंज मिसाइलों से लेस होगा, जोकि दूर से ही अपने टारगेट पर अटैक कर सकता है.

ANI का ट्वीट:- 

जानिए क्या है राफेल?

राफेल अनेक भूमिकाएं निभाने वाला एवं दोहरे इंजन से लैस फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है और इसका निर्माण डसॉल्ट एविएशन ने किया है. राफेल विमानों को वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक सक्षम लड़ाकू विमान माना जाता है.