देहरादून, 11 मई : चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की हृदयाघात से हो रही मौत के मामले का प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने संज्ञान लिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने चारधाम में मंगलवार देर शाम तक हुई 21 मौतों के बारे में विवरण तलब किया. स्वास्थ्य विभाग ने अपना जवाब मंगलवार देर शाम प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिया. इसमें मौत के कारणों के साथ ही यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में सरकार की ओर से की गई व्यवस्था का ब्योरा शामिल है. यह भी बताया गया कि चारधाम आने वाले यात्रियों के लिए हेल्थ एडवाइजरी जारी कर दी गई है.
प्रदेश में चारधाम यात्रा में इस समय श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, जिसमें हर आयुवर्ग के लोग शामिल हैं. यात्रा के पहले सात दिनों में ही 21 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. इनमें सभी की मृत्यु हृदयाघात से होनी बताई गई है. इनमें 14 मौत गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले यात्रियों की हुई है. इससे यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. यह भी पढ़ें : वित्त मंत्री और अन्य मुख्यमंत्रियों से पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने के बारे में बात करें स्टालिन : पनीरसेल्वम
वहीं, लगातार बढ़ रही मौतों के आंकड़ों पर मंगलवार को प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर तुरंत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने प्रधानमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट भेजी है. सूत्रों के अनुसार इसमें स्वास्थ्य विभाग ने यात्रियों की मृत्यु का कारण यात्रा मार्ग में आक्सीजन की कमी को बताया है. साथ ही यात्रा मार्ग पर सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी भी दी गई है. बताया गया है कि यात्रियों की सुविधा के लिए एडवांस रिस्पांस टीम समेत जगह-जगह फर्स्ट मेडिकल रिस्पांस टीम गठित की गई है और उत्तरकाशी में कार्डियक एंबुलेंस भी तैनात की गई है.