बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सम्बोधन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया. और कहा पिछले वर्ष हमने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की पचासवीं वर्षगांठ, हमारे राजनयिक संबंधों की स्वर्ण जयंती, और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशताब्दी को एक साथ मनाया था.

पीएम मोदी (Photo credit : Twitter)

नई दिल्ली, 6 सितम्बर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया. और कहा पिछले वर्ष हमने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की पचासवीं वर्षगांठ, हमारे राजनयिक संबंधों की स्वर्ण जयंती, और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशताब्दी को एक साथ मनाया था. पिछले वर्ष 6 दिसंबर को हमने पहला मैत्री दिवस भी साथ मिलकर पूरी दुनिया में मनाया. आज प्रधानमंत्री शेख हसीना जी की यात्रा हमारी आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान हो रही है. और मुझे पूरा विश्वास है कि अगले 25 सालों के अमृत काल में भारत-बांग्लोदश मित्रता नई ऊंचाइयां छुएगी.

"शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश ने निरन्तर प्रगति की है. पिछले कुछ सालों में हमारा आपसी सहयोग भी हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ा है. आज बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास का सहयोगी रहा है और व्यापार सहयोग में सबसे बड़ा साथी रहा है". पीएम बोले कि हमारे घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंधों में भी निरंतर वृद्धि हुई है. आज प्रधानमंत्री शेख हसीना जी और मैंने सभी द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर-राष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. यह भी पढ़ें : छिपाने के लिए कुछ नहीं है मेरे पास, अपना काम ईमानदारी से किया: सिसोदिया

"हम दोनों का मानना है कि कोविड महामारी और हाल के वैश्विक घटनाक्रम से सीख लेकर, हमें अपनी अर्थव्यवस्थाओं को और मजबूत बनाना होगा." "हमारे बीच कनेक्टिविटी के विस्तार से, और सीमा पर व्यापार रूप रेखा के विकास से, दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे से और अधिक जुड़ेंगी. हमारा द्विपक्षीय व्यापार तेजी से बढ़ रहा है. बांग्लादेश के निर्यात के लिए आज भारत पूरे एशिया में सबसे बड़ा बाजार है. इस वृद्धि को और गति देने के लिए हम द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता पर पर शीघ्र चर्चा शुरू करेंगे."

"हमने आईटी अंतरिक्ष और नियुक्लर एनर्जी जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया, जो हमारी युवा पीढ़ियों के लिए रूचि रखते हैं. हम जलवायु परिवर्तन और सुंदरबन जैसी साझा धरोहर को संरक्षित रखने पर भी सहयोग जारी रखेंगे." दोनों देशों के बीच पावर ट्रांसमिशन लाईनों को जोड़ने पर भी उपयोगी बातचीत चल रही है. रूपशा नदी पर रेलवे ब्रिज का उद्घाटन, कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है. यह ब्रिज भारत की क्रेडिट की लाइन के तहत खुलना और मोंगला पोर्ट के बीच बनाई जा रही नई रेलवे लाइन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. बांग्लादेश के रेलवे सिस्टम के विकास और विस्तार के लिए भारत हर प्रकार का सहयोग जारी रखेगा.

ऐसी 54 नदियां हैं जो भारत-बांग्लादेश सीमा से गुजरती हैं, और सदियों से दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी रही हैं. ये नदियाँ, इनके बारे में लोक-कहानियां, लोक-गीत, हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत के भी साक्षी रहे हैं. "आज हमने कुशियारा नदी सेजल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इससे भारत में दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा."

"बाढ़ शमन के संबंध में सहयोग बढ़ाने पर भी मेरी और प्रधानमंत्री शेख हसीना जी की उपयोगी बातचीत हुई. भारत बांग्लादेश के साथरियल टाईम आधार पर बाढ़-संबंधी डेटा साझा करता रहा है और हमने डेटा शेयरिंग की अवधि को भी बढ़ाया है". "बंगबंधु ने जिस स्थिर, समृद्ध और प्रगतिशील बांग्लादेश का भविष्य देखा था, उसे साकार करने में भारत बांग्लादेश के साथ कदम से कदम मिला कर चलता रहेगा. आज हमारी बातचीत इस मूल प्रतिबद्धता को दोहराने का भी एक उत्तम अवसर रही."

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